यदि सभी पार्टियां इस प्रकार का व्यवहार करें तो जनता के सामने ऐसे व्यक्तियों के बीच में चयन करने का विकल्प मात्न रहता है जो विभिन्न तरीकों से जनता के निर्देशों के विपरीत कार्य करते हैं. ...
पिछले दो वर्षो में रिजर्व बैंक ने कई बार ब्याज दरों में कटौती की है लेकिन अर्थव्यवस्था की विकास दर लगातार गिरती जा रही है. यह इसका प्रमाण है कि ब्याज दर को न्यून करके हम आर्थिक विकास हासिल नहीं कर सकते हैं. ...
जो वर्षा 90 दिन में होती थी अब उतना ही पानी मात्न 15 दिन में गिर रहा है. इस कारण वर्षा के समय एकाएक पानी की मात्ना बढ़ जाती है और नदियों की इतनी क्षमता नहीं है कि इस अधिक पानी को वह बहाकर समुद्र तक ले जा सके. ...
सौर ऊर्जा में एक समस्या बिजली के ग्रिड की स्थिरता की बताई जाती है. लेकिन हकीकत यह है कि कुछ देशों में 40 प्रतिशत बिजली सौर ऊर्जा से बन रही है. यदि ग्रिड अस्थिर होती तो ऐसा नहीं हो पाता. सौर ऊर्जा में एक समस्या सोलर पैनल से होने वाले प्रदूषण की भी बत ...
रिजर्व बैंक ने अपनी सम्पूर्ण आय को सरकार को हस्तांतरित करके, अपने रिजर्व को न्यूनतम सीमा पर लाकर और रिजर्वो में विदेशी रकम के हिस्से की अनदेखी करके भारत की वित्तीय सुरक्षा को दांव पर लगा दिया है. ...
आज हम देखते हैं कि कुछ विशेष पौधों में, जैसे पपीते अथवा आंवले के वृक्ष में, नर और मादा वृक्ष अलग-अलग होते हैं लेकिन इनकी बनावट, आकार अथवा पानी की जरूरत में कोई अंतर नहीं होता है. उनमें अंतर केवल फूल के आकार, संख्या आदि में देखा जाता है. इससे आगे बढ़ ...
जैसे-जैसे देश की कुशलता बढ़ती है अथवा उसकी प्रतिस्पर्धा करने की शक्ति बढ़ती है वैसे-वैसे उसकी मुद्रा ऊपर उठती है. प्रतिस्पर्धा शक्ति को निर्धारित करने में अभी तक बुनियादी संरचना का बहुत योगदान माना जाता था. ...
भारत का वित्तीय घाटा नियंत्नण में रहेगा तो विदेशी निवेशकों को हमारी अर्थव्यवस्था पर भरोसा बनेगा, वे हमारे देश में उसी प्रकार निवेश करेंगे जिस प्रकार उन्होंने 80 और 90 के दशक में चीन में किया था, भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ेगी, रोजगार बढ़ेंगे, हमारे ...