नई दिल्ली, 14 जुलाई: किसी भी खिलाड़ी के लिए विश्व स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करना और फिर गोल्ड जीतना सबसे गौरवशाली क्षण होता है। दुनिया के सामने पोडियम पर राष्ट्रगान गाने का सम्मान बहुत कम खिलाड़ियों को मिल पाता है।
कुछ ऐसा ही कारनामा कर दिखाया भारत की 18 वर्षीय हिमा दास ने, जिन्होंने शुक्रवार को फिनलैंड में आईएएएफ अंडर-20 एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 400 मीटर की रेस 51.46 सेकेंड में पूरा करते हुए एथलेटिक्स ट्रैक इवेंट में गोल्ड जीतने वाली पहली भारतीय बन गई हैं।
असम के नौगांन जिले के कंधुलीमारी गांव के किसान की बेटी हिमा दास ने पूरे देश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। पोडियम पर गोल्ड मेडल लेते समय देश का राष्ट्रगान गाते समय हिमा भावुक हो गईं और उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े। कभी हिमा का सपना था पोडियम पर खड़े होकर देश का राष्ट्रगान गाना, इसे उन्होंने फिनलैंड में सच कर दिखाया।
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हिमा ने कहा, 'मैं चाहती थी कि राष्ट्रगान बजे और ऐसा होने पर मैं खुशी के साथ रो पड़ी। मैं अपने माता-पिता और अपने कोच को धन्यवाद कहना चाहती हूं, जो मुझे गुवाहाटी से बाहर लाए। साथ ही मैं भारत के लोगों का भी उनके आशीर्वाद के लिए शुक्रिया अदा करना चाहती हूं।'
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए हिमा दास के भावुक होने और जीत के तुरंत बाद तिरंगा खोजने के पलों की तारीफ की और इसे हर भारतीय के आखों में आंसू लाने वाला पल करार दिया। पीएम ने हिमा का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'हिमा दास की जीत के अविस्मरणीय पल। जीत के बाद उनका तिरंगा खोजना और राष्ट्रगान गाते समय भावुक होने ने मेरे दिल को छूल लिया। किस भारतीय की आंखों में खुशी के आंसू नहीं होंगे!' पढ़ें: हिमा दास की अंग्रेजी पर कमेंट को लेकर ट्विटर पर छाई नाराजगी के बाद एथलेटिक्स फेडरेशन ने मांगी माफी