IPL के प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुने जाएंगे टी20 विश्व कप के लिए खिलाड़ी, इन खिलाड़ियों को होना पड़ सकता है निराश

हार्दिक पंड्या की गेंदबाजी फिटनेस हालांकि चिंता का विषय बनी हुई लेकिन उनके चयन को लेकर कोई संदेह नहीं दिखता। उन्हीं की तरह विराट कोहली को शामिल करने पर भी कोई संदेह नहीं है।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 17, 2024 07:11 PM2024-04-17T19:11:52+5:302024-04-17T19:13:19+5:30

T20 World Cup Players will not be selected basis of IPL performance | IPL के प्रदर्शन के आधार पर नहीं चुने जाएंगे टी20 विश्व कप के लिए खिलाड़ी, इन खिलाड़ियों को होना पड़ सकता है निराश

(फाइल फोटो)

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Highlightsआईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले किसी नये खिलाड़ी को चुने जाने की संभावना नहींकुछ परखे हुए क्रिकेटरों को निराशा का सामना करना पड़ सकता हैआईसीसी ने अस्थायी 15 सदस्यीय टीम घोषित करने के लिए एक मई की तारीख तय की है

T20 world cup: अमेरिका में होने वाले आगामी टी20 विश्व कप के लिए इस महीने के अंत तक जब भारतीय टीम को अंतिम रूप दिया जायेगा तो इसमें आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करने वाले किसी नये खिलाड़ी को चुने जाने की संभावना नहीं है लेकिन कुछ परखे हुए क्रिकेटरों को निराशा का सामना करना पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अस्थायी 15 सदस्यीय टीम घोषित करने के लिए एक मई की तारीख तय की है जिससे अजीत अगरकर और उनके साथियों को टीम के प्रत्येक सदस्य के फिट होने की स्थिति में कुछ स्पष्ट विकल्प चुनने होंगे। 

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, ‘इसके लिए कोई प्रयोग या फिर मैदान के प्रदर्शन से चयन नहीं होगा। भारत के लिए जो खिलाड़ी खेलते हैं और जिन्होंने टी20 अंतरराष्ट्रीय तथा आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) में निरंतर अच्छा प्रदर्शन किया है, उन्हें चुना जायेगा। ’ इससे साफ लगता है कि शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल में से कोई एक टीम में जगह बनाने से चूक सकता है लेकिन अगर अंतिम एकादश में दोनों को चुना जाता है तो फिर दो फिनिशर रिंकू सिंह और शिवम दुबे में से किसी एक को ही जगह मिल सकती है। 

वहीं दूसरे विकेटकीपर के स्थान के लिए भी फैसला करीबी हो सकता है जिसमें संजू सैमसन को जितेश शर्मा, केएल राहुल और ईशान किशन से प्रतिस्पर्धा मिलेगी। राहुल और किशन शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करते हैं और इस आईपीएल में इन दोनों ने अभी तक मध्यक्रम में बल्लेबाजी का प्रयास नहीं किया है जिससे चयनकर्ताओं के लिए निचले क्रम में उनके प्रदर्शन का विश्लेषण करना मुश्किल होगा। 

हार्दिक पंड्या की गेंदबाजी फिटनेस हालांकि चिंता का विषय बनी हुई लेकिन उनके चयन को लेकर कोई संदेह नहीं दिखता। उन्हीं की तरह विराट कोहली को शामिल करने पर भी कोई संदेह नहीं है। वहीं कप्तान रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव, तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, रविंद्र जडेजा, ऋषभ पंत, अर्शदीप सिंह, मोहम्मद सिराज और कुलदीप यादव का चयन निश्चित है। ये 10 खिलाड़ी अगर फिट हैं तो निश्चित रूप अमेरिका की उड़ान भरेंगे। 

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने सिराज को आराम दिया है क्योंकि वह लगातार खेल रहे हैं और उनके कार्यभार प्रबंधन की जरूरत है। गिल और जायसवाल के बीच में चयन की बात की जाये तो इनमें से गुजरात टाइटन्स के कप्तान ने ज्यादा रन जुटाये हैं। लेकिन जायसवाल की बात की जाये तो चयन समिति आईपीएल में उनके कुछ कम स्कोर को देखते हुए उनकी अनदेखी नहीं कर सकती। साथ ही वह शीर्ष चार में केवल एकमात्र बायें हाथ के बल्लेबाज हैं जो अच्छी चीज है। लेकिन अगर गिल लगातार रन बनाते रहते हैं तो चीजें काफी मुश्किल हो जायेंगी। वर्ना चयनकर्ता दोनों को शामिल कर सकते हैं तथा शिवम और रिंकू में से किसी एक को बाहर कर सकते हैं। ‘रिजर्व’ स्पिनर के स्थान के लिए तीन क्रिकेटरों में प्रतिद्वंद्विता होगी जिसमें अक्षर पटेल, युजवेंद्र चहल और रवि बिश्नोई शामिल हैं। 

अक्षर जहां बायें हाथ के स्पिनर हैं तो उपयोगी बल्लेबाज भी हैं। चहल ने अपने नौ साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में अभी तक एक भी टी20 विश्व कप नहीं खेला है, लेकिन वह गेंदबाजी कौशल में अन्य दोनों से कहीं आगे हैं। लेकिन बार बार महत्वपूर्ण टीम से उन्हें बाहर किया जाना जून में होने वाले टूर्नामेंट में उनके चयन पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। एक पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी और अब प्रसारक ने ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम पर दिलचस्प जानकारी देते हुए कहा कि यह नियम टीम चयन में नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने कहा, ‘एक शानदार ‘12 खिलाड़ियों की टीम’ के क्रिकेट मुकाबले का यह ‘इम्पैक्ट प्लेयर’ नियम आईपीएल के दर्शकों के लिए बहुत ही अच्छा है लेकिन भारतीय क्रिकेट के लिए यह नुकसानदायक है। इसने आलराउंडर की भूमिका को खत्म कर दिया है इसलिये आधे फिट हार्दिक पंड्या भी काफी अहम है क्योंकि वह गेंदबाजी कर सकते हैं। ’ 

उन्होंने कहा, ‘अगर यह नियम नहीं होता तो चेन्नई सुपर किंग्स के एमएस धोनी (रुतुराज गायकवाड़ नहीं) बतौर कप्तान दुबे को गेंदबाजी नहीं कराने का जोखिम उठा सकते थे? चयनकर्ताओं को दुबे की गेंदबाजी फॉर्म नहीं पता। ’ उन्होंने कहा, ‘इसी तरह राहुल तेवतिया जैसा खिलाड़ी अच्छा फिनिशर होने के बावजूद दौड़ में नहीं है जबकि वह अच्छा लेग ब्रेक गेंदबाज भी है। वह इस नियम के कारण अब गेंदबाजी नहीं करता। इससे किसका नुकसान है? राष्ट्रीय टीम का ही ना। ’

रियान पराग, मयंक यादव, अभिषेक शर्मा और हर्षित राणा जैसे सभी नये खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन पता चला है कि चयन समिति उन्हें विश्व टी20 जैसे उच्च स्तर के टूर्नामेंट में परखने के बजाय द्विपक्षीय क्रिकेट से ही सहज बनाने की प्रक्रिया का अनुकरण करेगी। जिम्बाब्वे और श्रीलंका के खिलाफ सफेद गेंद की दो श्रृंखला होंगी जिसमें ये युवा खिलाड़ी भारत के लिए पदार्पण की कतार में होंगे। नीतिश रेड्डी गेंदबाजी आलराउंडर हैं, वह पिछले साल श्रीलंका का दौरा करने वाली ‘इंडिया इमर्जिंग’ टीम का हिस्सा थे। वह भी इसी राह पर चल सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीसीसीआई मयंक यादव, हर्षित राणा और आकाश मधवाल जैसे खिलाड़ियों को नेट गेंदबाज के तौर पर ले जाती है या नहीं क्योंकि इससे उन्हें अच्छा मौका मिलेगा। 

दौड़ में शामिल संभावित 20 (15+5 स्टैंड बाई) खिलाड़ी:

विशेषज्ञ बल्लेबाज (6): रोहित शर्मा, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, रिंकू सिंह 
आलराउंडर (4): हार्दिक पंड्या, रविंद्र जडेजा, शिवम दुबे, अक्षर पटेल। 
विशेषज्ञ स्पिनर (3): कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, रवि बिश्नोई। 
विकेटकीपर बल्लेबाज (3): ऋषभ पंत, केएल राहुल और संजू सैमसन। 
तेज गेंदबाज (4): जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज, अर्शदीप सिंह और आवेश खान। 

(इनपुट- भाषा)

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