रूसी राष्ट्रपति पुतिन के मुखर आलोचक गैरी कास्पारोव ने यूक्रेन पर हमले को बताया चीन-रूस के बीच एक समझौता, कहा एग्रीमेंट नहीं हुआ होता तो नहीं होता आक्रमण
By आजाद खान | Updated: February 27, 2022 22:40 IST2022-02-25T09:31:14+5:302022-02-27T22:40:26+5:30
इससे पहले गैरी ने ट्वीट कर कहा था, ‘‘आपने जिस दैत्य को तैयार करने में मदद की अब आपको उसके खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन की मदद करनी चाहिए।’’

रूसी राष्ट्रपति पुतिन के मुखर आलोचक गैरी कास्पारोव ने यूक्रेन पर हमले को बताया चीन-रूस के बीच एक समझौता, कहा एग्रीमेंट नहीं हुआ होता तो नहीं होता आक्रमण
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के मुखर आलोचक माने जाने वाले गैरी कास्पारोव ने एक और ट्वीट कर उन पर निशाना साधा है। गैरी ने कहा है कि मौजूदा यूक्रेन पर हमला सिर्फ पुतिन बनाम यूक्रेन नहीं है और न ही इसे सीरिया या जॉर्जिया से मिला कर देखा जा सकता है। उन्होंने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के चीन दौरे पर भी सवाल उठाते हुए कहा है कि पुतिन कुछ दिन पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ बीजिंग में थे। गैरी ने इन दोनों देशों के बीच यहां एक समझौता होने की बात कही है।
This isn't just Putin vs Ukraine, just as it wasn't just Syria or Georgia. Putin was in Beijing days ago with Xi Jinping. This wouldn't be happening had they not come to an agreement. China may pretend neutrality, but dictatorships stick together. So must democracies.
— Garry Kasparov (@Kasparov63) February 24, 2022
गैरी ने रूस और चीन के बीच समझौते की बात कही है
गैरी कास्पारोव के मुताबिक, आज यूक्रेन में जो कुछ भी हो रहा है यह उस समझौते के कारण ही हो रहा है। उन्होंने चीन पर भी सवाल उठाया और कहा कि चीन तटस्थता का दिखावा कर सकता है, लेकिन उसमें तानाशाही भी होती है। आपको बता दें कि गुरूवार को रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया है जिससे कई जान माल का नुकसान हुआ है। वहीं रूस की सेना भी लगातार यूक्रेन पर हमले करते हुए उसके शहरों में घुस रही है।
गैरी ने रूस पर लगाए गंभीर आरोप
इससे पहले भी यूक्रेन पर हमले को लेकर गैरी कास्पारोव ने अपनी कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कास्पारोव ने ट्वीट कर कहा है, ‘‘यूक्रेन पर 2014 में आक्रमण के बाद से रूस के साथ व्यापार में मिला प्रत्येक डॉलर, अपने साथियों के साथ भ्रष्ट सौदों से मिले प्रत्येक यूरो ने पुतिन को युद्ध मशीन तैयार करने में मदद की, जिसका उपयोग वह आज यूरोपीय नागरिकों को मारने के लिये कर रहा है।’’
2014 से ही कास्पारोव क्रोएशिया में रहते हैं
आपको बता दें कि कास्पारोव ने उत्पीड़न के डर से 2014 में रूस छोड़ दिया था और वर्तमान में वह क्रोएशिया में रहते हैं। इस पर उन्होंने आगे कहा, ‘‘आपने जिस दैत्य को तैयार करने में मदद की अब आपको उसके खिलाफ लड़ाई में यूक्रेन की मदद करनी चाहिए।’’
रूस और यूकेन के जंग है ताइवान को डर
रूस और यूकेन के जंग को देखते हुए ताइवान को यह डर सता रहा है कि कही इसका फायदा उठाकर चीन भी न उस पर हमला कर दे। इस बीच यह भी खबर सामने आई थी की कल न के 9 लड़ाकू विमान ताइवान के वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश कर गए थे जिससे ताइवान की चिंता और बढ़ गई थी। हालांकि विमानों ने कोई हमला नहीं किया लेकिन इससे ताइवान ने भी अपनी सुरक्षा बढ़ा दी है।
Taiwan condemns Russia’s infringement on Ukrainian sovereignty & encourages all parties involved to resolve their disputes rationally & peacefully. Meanwhile, we will take steps to bolster our military readiness & counter cognitive warfare while ensuring economic stability. pic.twitter.com/iZJC5TQlc0
— 蔡英文 Tsai Ing-wen (@iingwen) February 23, 2022