नई दिल्ली: यूनिवर्सिटी ऑफ़ मेरीलैंड स्कूल ऑफ़ मेडिसिन के डॉक्टरों ने 57 वर्षीय डेविड बेनेट (David Bennett) के शरीर में सुअर के दिल को ट्रांसप्लांट किया। डॉक्टरों ने जेनेटिक तौर पर सूअर के दिल को मोडिफाइड कर इसे डेविड के शरीर में ट्रांसप्लांट किया। फ़िलहाल, ऑपरेशन सफलतापूर्वक पूर्ण हो चुका है और मरीज अभी डॉक्टरों की निगरानी में है। बता दें कि यह ऑपरेशन बीते शुक्रवार को किया गया।
हार्ट-लंग बाइपास मशीन पर है मरीज
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, सर्जरी करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि ट्रांसप्लांट किया गया दिल मरीज के शरीर में सही से फंक्शन कर रहा है। उन्होंने बताया कि इंसानी दिल की तरह ही सूअर का दिल पल्स और प्रेशर बना रहा है। जानकारी के अनुसार, सर्जरी के बावजूद डेविड अभी भी हार्ट-लंग बाइपास मशीन के सहारे हैं। मालूम हो, ऑपरेशन से पहले भी डेविड इसी मशीन पर निर्भर थे। मगर डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें मंगलवार तक मशीन से हटा दिया जाएगा।
जीने की चाह ने दी हिम्मत
वहीं, इस ऑपरेशन को लेकर डेविड बेनेट का बयान भी सामने आया है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के अनुसार डेविड ने सर्जरी पर जाने से पहले कहा, 'मौत या फिर यह प्रत्यारोपण के अलावा मेरे पास और कोई विकल्प नहीं था और मैं जीना चाहता हूं। मुझे पता है कि ये अंधेरे में तीर चलाने जैसा है, लेकिन यह मेरी आखिरी इच्छा है।' वहीं, डेविड के इस फैसले को डॉक्टरों और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों ने काफी सराहा।
इसलिए सूअर का दिल किया गया ट्रांसप्लांट
मालूम हो, यूनिवर्सिटी में अपने एक बयान में बताया कि डॉक्टरों के लिए ये सर्जरी बेहद अहम थी क्योंकि डेविड की स्थिति सही नहीं थी। डेविड कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित थे, जिसकी वजह से उनकी हेल्थ कंडीशन इंसानी दिल के ट्रांसप्लांट की अनुमति नहीं दे रही थी। यही वजह है कि उनके बिगड़ते स्वास्थ्य के कारण वह लगभग छह हफ्ते अस्पताल में भर्ती रहे। मगर उनकी जान बचाने के लिए यह फैसला लिया गया, जिसके बाद उनके शरीर में सूअर का दिल ट्रांसप्लांट किया गया।