ट्रम्प से मिले पीएम मोदी, यूएस राष्ट्रपति ने दी बधाई, आतंकवाद, ईरान और 5G पर चर्चा की
By भाषा | Published: June 28, 2019 03:23 PM2019-06-28T15:23:49+5:302019-06-28T15:23:49+5:30
दोनों नेताओं ने आतंकवाद जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व को 'मजबूत नेतृत्व' प्रदान करने का संकल्प जताया। जी-20 सम्मेलन के लिए जापान आए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को एक पत्र के जरिए 'भारत के प्रति अपना प्यार' जताने के लिए धन्यवाद दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ द्विपक्षीय व्यापर सहित विभिन्न मुद्दों पर ‘खुले माहौल में और सार्थक’ बातचीत की।
इस दौरान दोनों नेताओं ने आतंकवाद जैसी प्रमुख वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए विश्व को 'मजबूत नेतृत्व' प्रदान करने का संकल्प जताया। जी-20 सम्मेलन के लिए जापान आए प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प को एक पत्र के जरिए 'भारत के प्रति अपना प्यार' जताने के लिए धन्यवाद दिया।
यह पत्र अमेरिकी राष्ट्रपति ने इस सप्ताह अमेरिका के विदेशी मंत्री माइक पोम्पिओ के जरिए प्रधानमंत्री मोदी को भेजा था। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अमेरिका के साथ आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर भारत प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर ईरान, 5जी, द्विपक्षीय रिश्तों और रक्षा संबंधों पर चर्चा की।
#WATCH PM Narendra Modi at bilateral meeting with US President Donald Trump in Osaka, Japan: In this meeting, I would like to have discussions on 4 issues- Iran, 5G, our bilateral relations & defence relations. pic.twitter.com/bYQMFayj9M
— ANI (@ANI) June 28, 2019
मोदी ने बैठक के बाद ट्वीट किया, ''राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ व्यापक मुद्दों पर चर्चा हुई। हमने प्रौद्योगिकी की शक्ति के इस्तेमाल के उपायों, रक्षा और सुरक्षा संबंधों को बेहतर बनाने के साथ-साथ व्यापार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की।''
उन्होंने लिखा, ''अमेरिका के साथ भारत आर्थिक एवं सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत बनाने को लेकर प्रतिबद्ध है।'' विदेश सचिव विजय गोखले ने संवाददाताओं को बताया कि दोनों नेताओं के बीच बहुत सार्थक एवं विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बातचीत हुई।
उन्होंने कहा, ''दोनों नेताओं के बीच अच्छी बातचीत हुई। राष्ट्रपति ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी को (चुनावी) जीत पर बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प द्वारा विदेश मंत्री (माइक) पोम्पिओ के जरिए उन्हें भेजे गए गर्मजोशी भरे पत्र का अमेरिकी राष्ट्रपति से खास तौर पर उल्लेख किया।''
#WATCH US President Donald Trump at bilateral meeting with PM Narendra Modi in Osaka, Japan: We have become great friends & our countries have never been closer. I can say that with surety. We'll work together in many ways including military, we'll be discussing trade today pic.twitter.com/SjvenXi4df
— ANI (@ANI) June 28, 2019
ट्रम्प-मोदी बैठक को लेकर व्हाइट हाउस की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दोनों नेताओं ने रणनीतिक साझेदारी को लेकर हुई प्रगति एवं इसे अगले स्तर पर ले जाने को लेकर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया।
उसमें कहा गया है कि दोनों नेताओं ने आर्थिक, व्यापारिक, ऊर्जा, रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद की रोकथाम और अंतरिक्ष सहित विभिन्न क्षेत्रों में अमेरिका-भारत द्विपक्षीय संबंधों के अभूतपूर्व दायरे एवं गहराई को स्वीकार किया।
अमेरिका एवं भारत के बीच करीबी साझेदारी काफी महत्वपूर्ण
बयान में कहा गया है, ''दोनों नेताओं ने दृढ़ता के साथ कहा कि जिम्मेदार लोकतंत्र होने के नाते वैश्विक शांति एवं स्थिरता के लिहाज से अमेरिका एवं भारत के बीच करीबी साझेदारी काफी महत्वपूर्ण है।'' उसमें कहा गया है, ''
उन्होंने वैश्विक चुनौतियों से निपटने एवं आने वाले दशकों में अपने नागरिकों की समृद्धि के लिए मजबूत नेतृत्व प्रदान करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।'' विदेश सचिव गोखले के मुताबिक ईरान के संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी ऊर्जा संबंधी चिंताओं और क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता से जुड़ी आशंकाओं को रेखांकित किया।
उन्होंने इशारा किया कि भारत की कुल ऊर्जा जरूरत में ईरान 11 प्रतिशत की आपूर्ति करता हैं। भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रभावित होने के बावजूद उसने ईरान से तेल के आयात में कमी की है। बकौल गोखले प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रम्प से कहा, ''इस क्षेत्र में भी हमारे समुदाय के लोग हैं, इस क्षेत्र में भी ऊर्जा की जरूरत है, क्षेत्र में हमारे आर्थिक हित हैं, इसलिए भारत क्षेत्र में मुख्य रूप से शांति एवं स्थिरता बनाये रखने के पक्ष में है।''
गोखले के मुताबिक प्रधानमंत्री ने कहा कि खाड़ी से गुजरने वाले भारतीय पोतों की सुरक्षा के लिए भारत ने क्षेत्र में कुछ नौसैन्य जहाजों की तैनाती की है। उन्होंने कहा, ''ट्रम्प ने इस बात की बहुत अधिक सराहना की। संक्षिप्त बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ने उम्मीद जतायी कि तेल की कीमतें स्थिर रहेंगी।
उन्होंने (ट्रम्प) तेल की कीमतों को स्थिर रखने के लिए खाड़ी देशों में स्थिरता को सुनिश्चत करने के लिए अमेरिका द्वारा उठाये जा रहे कदमों की चर्चा की।'' गोखले के मुताबिक दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि वे ईरान के मुद्दे एवं क्षेत्र में शांति एवं स्थिरता को सुनिश्चित रखने के लिए एक-दूसरे के संपर्क में रहेंगे।
मोदी और ट्रम्प ने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के तकनीकी एवं कारोबारी अवसरों पर चर्चा की
मोदी और ट्रम्प ने 5जी दूरसंचार प्रौद्योगिकी के तकनीकी एवं कारोबारी अवसरों पर चर्चा की। उनके मुताबिक इस नयी प्रौद्योगिकी से भारत और अमेरिका के बीच सहयोग के नये अवसर खुलेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत में इस प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल करने वालों की संख्या करीब एक अरब होगी।
इस लिहाज से यह दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा बाजार होगा। ट्रम्प ने चुनाव में जीत को लेकर भी मोदी को बधाई दी और कहा कि दोनों देश सैन्य सहित विभिन्न क्षेत्रों में साथ काम करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा, ''वह शानदार जीत थी, आप इसके हकदार थे, आपने शानदार काम किया है। हमें बहुत अहम चीजों की घोषणा करनी है।
व्यापार के संदर्भ में, विनिर्माण के संदर्भ में, हम 5जी पर चर्चा करेंगे। मैं आपको बधाई देता हूं और बातचीत को लेकर सकारात्मक हूं।'' उन्होंने कहा, ''हम बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और हमारे देश कभी इतने करीब नहीं रहे हैं। मैं इसे आश्वस्त होकर कहता हूं। हम सैन्य सहित अन्य क्षेत्रों में मिलकर काम करेंगे। हम आज व्यापार पर चर्चा करेंगे।''
Japan: PM Narendra Modi and US President Donald Trump at bilateral meeting between India & US in Osaka pic.twitter.com/JMXghmg0tD
— ANI (@ANI) June 28, 2019
ईरान को लेकर ट्रम्प ने कहा, ''हमारे पास बहुत समय है। कोई जल्दबाजी नहीं है, वे समय ले सकते हैं। समय को लेकर किसी तरह का दबाव नहीं है।'' प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट कर जानकारी दी, ''प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रम्प ने ओसाका में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की।'' जापान-अमेरिका-भारत (जय) के बीच त्रिपक्षीय वार्ता के समाप्त होने के तुरंत बाद मोदी और ट्रम्प ने द्विपक्षीय बैठक की। मोदी-ट्रम्प की बैठक इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण है क्योंकि अमेरिकी उत्पादों पर ‘उच्च दर’ से शुल्क लगाने के भारत के निर्णय की अमेरिकी राष्ट्रपति खुलकर आलोचना करते रहे हैं।
ट्रम्प ने इससे पहले गुरुवार को जापान पहुंचने पर ट्वीट किया था, ‘‘ मैं प्रधानमंत्री (नरेन्द्र) मोदी से इस संबंध में बात करना चाहता हूं कि भारत ने वर्षों से अमेरिका के खिलाफ ज्यादा शुल्क लगा रखा है और हाल के दिनों में उसे और बढ़ा दिया गया है। यह अस्वीकार्य है और शुल्क को निश्चित रूप से वापस लिया जाना चाहिए। ’’ भाजपा के हाल ही में संसदीय चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के बाद मोदी की ट्रम्प से यह पहली मुलाकात है।