वाशिंगटन: अमेरिकी सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस पर शुक्रवार को चीन, म्यामांर, उत्तर कोरिया और बांग्लादेश के 15 लोगों और 10 कंपनियों पर आर्थिक व यात्रा प्रतिबंध लगाने की घोषणा की।
वित्त विभाग द्वारा की गई घोषणा में एक चीनी कंपनी पर भी निवेश प्रतिबंध लगाया गया है जो सरकार की बड़े पैमाने पर निगरानी की कथित कार्रवाई से जुड़ी हैं। अमेरिका ने जिन कंपनियों या लोगों पर प्रतिबंध लगाया है उनमें चीन सरकार के दो अधिकारी, चीनी कंपनी सेंसी टाइम ग्रुप लिमिटेड शामिल भी है।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के दिन म्यांमार में मानवाधिकारों के हनन को लेकर अमेरिका के इस प्रतिबंध को लागू करने में कनाडा और ब्रिटेन भी उसके साथ आ गए।
राष्ट्रपति जो बाइडन के तहत अमेरिका ने उत्तर कोरिया पर यह पहला प्रतिबंध लगाया है और म्यांमार की सेना से जुड़ी कंपनियों सहति अन्य को निशाना बनाया है।
डिप्टी ट्रेजरी सचिव वैली अडेमो ने एक बयान में कहा कि हमारे आज के कार्य, विशेष रूप से ब्रिटेन और कनाडा के साथ साझेदारी में एक संदेश भेजते हैं कि दुनियाभर के लोकतंत्र उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो राज्य की शक्ति का दुरुपयोग करके पीड़ा और दमन करते हैं।
अमेरिका ने म्यांमार की दो सैन्य कंपनियों और एक संगठन जो सेना को पैसे देता है, पर प्रतिबंध लगाए हैं. इसके साथ ही बागो क्षेत्र में जुंटा के प्रशासन के प्रमुख मायो स्वे विन सहित चार क्षेत्रीय मुख्यमंत्रियों पर भी प्रतिबंध लगाया गया, जहां अप्रैल में एक ही दिन में कम से कम 82 लोग मारे गए थे।
कनाडा ने म्यांमार की सैन्य सरकार से संबद्ध चार संस्थाओं के खिलाफ प्रतिबंध लगाए, जबकि ब्रिटेन ने सेना के खिलाफ नए प्रतिबंध लगाए।
बता दें कि, बीते 1 फरवरी को तख्तापलट कर सेना ने आंग सान सू की की सरकार को उखाड़ फेंका और इस दौरान कम से कम 1300 लोगों को मौत के घाट उतारा जा चुका है।
चीन ने आंतरिक मामलों में गंभीर हस्तक्षेप करार दिया
अमेरिका में चीन के दूतावास ने अमेरिकी कदम को चीन के आंतरिक मामलों में गंभीर हस्तक्षेप और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को नियंत्रित करने वाले बुनियादी मानदंडों का गंभीर उल्लंघन बताते हुए निंदा की।
दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु ने कहा कि यह चीन-अमेरिका संबंधों को गंभीर नुकसान पहुंचाएगा और वाशिंगटन से निर्णय को रद्द करने का आग्रह किया।
बाइडन का लोकतंत्र सम्मेलन
बाइडन के दो दिवसीय लोकतंत्र सम्मेलन के दौरान ये कदम उठाए गए हैं, जहां उन्होंने दुनिया भर में लोकतंत्र को मजबूत करने और संयुक्त राज्य अमेरिका में लोकतंत्र समर्थक कानून के समर्थन के लिए पहल की घोषणा की।
बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि शिखर सम्मेलन में दुनिया के 100 से अधिक नेताओं द्वारा की गई प्रतिबद्धताएं दुनियाभर में बढ़ती निरंकुशता और भ्रष्टाचार को पीछे करेंगी और मानवाधिकारों को बढ़ावा देंगी।
उन्होंने शिखर सम्मेलन को बंद करने वाले एक भाषण में कहा कि यह दुनिया भर में लोकतंत्र के फलने-फूलने के लिए उपजाऊ जमीन के बीज की मदद करने जा रहा है।