संयुक्त राष्ट्र, दो जूनः गाजा से लगती सरहद पर इस्राइली सेना की गोलीबारी में 100 से ज्यादा फलस्तनियों के मारे जाने के बाद उनके संरक्षण के उपाय के लिए लाए गए अरब समर्थित संयुक्तराष्ट्र के प्रस्ताव के मसौदे पर अमेरिका ने वीटो कर दिया है। प्रस्ताव का यह मसौदा कल सुरक्षा परिषद में अरब देशों की ओर से कुवैत ने रखा था। इसके पक्ष में चीन, फ्रांस और रूस समेत दस देशों ने मतदान किया था, जबकि ब्रिटेन, इथोपिया, नीदरलैंड और पौलेंड गैर हाजिर रहे थे।
15 सदस्य सुरक्षा परिषद में इस प्रस्ताव के मसौदे को स्वीकार करने के लिए नौ मतों की आवश्यकता थी और पांच स्थायी देशों की ओर से वीटो भी नहीं होना चाहिए था। संयुक्तराष्ट्र सुरक्षा परिषद के पांच स्थायी देश ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका हैं।
अमेरिका की राजदूत निक्की हेली ने परिषद से कहा कि गाजा में हाल की हिंसा पर इस्राइल की निंदा के लिए लाये गए प्रस्ताव का मसौदा पूरी तरह से गलत है। इस प्रस्ताव के मसौदे की सामग्री कुवैत ने तैयार की है जो गाजा और कब्जाए गए पश्चिमी तट पर फलस्तीनी नागरिकों की सुरक्षा और संरक्षण की गारंटी की मांग करता है।
मतदान से पहले, गाजा सीमा बाड़ के पास इस्राइली सैनिकों ने फलस्तीन की युवती की गोली मारकर हत्या कर दी। इसी के साथ मार्च के अंत से अब तक इस्राइली सेना की गोलीबारी में मरने वालों की संख्या 123 हो गई है।
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