वाशिंगटन, 12 मार्च एक अध्ययन में कहा गया है कि मॉडर्ना कंपनी के आरएनए टीके की दूसरी खुराक लेने के दस दिन बाद बिना कोविड-19 लक्षण वाले रोगियों के उन मरीजों की तुलना में वायरस की चपेट में आने का खतरा बेहद कम है, जिन्होंने टीका नहीं लगवाया है।
अमेरिका के मेयो कॉलेज के अध्ययनकर्ताओं ने कहा कि आपात इस्तेमाल के लिये कई टीके मौजूद हैं और कोविड-19 लक्षणों वाले रोगियों पर उनका प्रभाव भी दिखा है।
उन्होंने कहा कि हालांकि ऐसे रोगियों पर इन टीकों की प्रभावकारिता के बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं मिली है, जिनमें कोविड-19 के लक्षण दिखाई नहीं दिये हैं।
कई देशों में कोविड-19 रोगियों को फाइजर-बायोएनटेक और मॉडर्ना मैसेंजर आरएनए (एमआरएनए) टीके लगाए जा रहे हैं।
अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार एमआरएनए कोविड-19 टीकों की दूसरी खुराक ले चुके लक्षण मुक्त रोगियों के वायरस की चपेट में रहने का खतरा 80 प्रतिशत तक कम है।
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