Ukraine Russia War: रूस की कई समाचार वेबसाइट हैक, रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर की बमबारी
By अनिल शर्मा | Updated: March 1, 2022 10:51 IST2022-03-01T10:40:12+5:302022-03-01T10:51:14+5:30
रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के और करीब पहुंच गई है और करीब 40 मील के काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं।

Ukraine Russia War: रूस की कई समाचार वेबसाइट हैक, रूसी सेना ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर की बमबारी
कीव/मॉस्कोःरूस की कई समाचार वेबसाइट सोमवार को हैक हो गईं। इन वेबसाइट के मुख्य पृष्ठ पर एक संदेश आने लगा, जिसमें यूक्रेन पर रूस के आक्रमण की निंदा की गई थी। वहीं, युद्ध को लेकर दिखाई जा रही खबरों से नाखुश रूस ने कुछ मीडिया मंचों पर रोक भी लगा दी है। मीडिया में ऐसा हस्तक्षेप रूस की आम जनता के बीच बढ़ती युद्ध-विरोधी भावना का संकेत है। हालांकि, वेबसाइट हैक करने के पीछे किसका हाथ है, यह अभी तक पता नहीं चल पाया है। हैक की गई कई वेबसाइट को एक घंटे में बहाल कर लिया गया।
खारकीव पर रूसी सेना ने की बमबारी
उधर, रूसी सेनाओं ने यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर सोमवार को बमबारी की। एक दिन पहले ही खारकीव के राज्यपाल ने रूसी सैनिको के आत्मसमर्ण की तस्वीर साझा करते हुए कहा था कि उनका मनोबल गिर गया है। बता दें रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव के और करीब पहुंच गई है और करीब 40 मील के काफिले में रूस के टैंक और अन्य सैन्य वाहन कूच कर रहे हैं। वहीं, युद्ध को रोकने के लिए चल रही वार्ता केवल आगे की दौर की वार्ता पर सहमति बनने के साथ ही समाप्त हो गई है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि बमबारी में वृद्धि केवल उनपर दबाव बनाने के उद्देश्य से की गई है।
युद्ध में रूस अलग-थलग पड़ता जा रहा है
जेलेंस्की ने सोमवार को देर रात जारी वीडियो संदेश में कहा, रूस इन आसान तरीकों से (यूक्रेन पर) दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। जेलेंस्की ने हालांकि दिन में दोनों पक्ष के बीच हुई लंबी वार्ता की जानकारी नहीं दी लेकिन उन्होंने कहा कि कीव कोई रियायत देने को तैयार नहीं है, वह भी तब जब एक ओर रॉकेट और तोप से हमले किए जा रहे हैं। उल्लेखनीय है कि गत 6 दिन से जारी युद्ध से रूस अलग-थलग पड़ता जा रहा है जबकि यूक्रेन से भी उसे अप्रत्याशित रूप से प्रतिरोध का सामना करना पड़ा रहा है। घरेलू स्तर पर रूस को आर्थिक रूप से भी झटका लगा है।
बेलारूस में दोनों देशों के बीच वार्ता के दौरान भी रूसी सेना कीव में धमाके कर रही थी
बेलारूस की सीमा पर सोमवार को जब रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता हो रही तब कीव में धमाके सुनाई दे रहे थे और रूसी सैनिक 30 लाख की आबादी वाली यूक्रेन की राजधानी कीव की ओर बढ़ रहे थे। मैक्सर टेक्नोलॉजी द्वारा उपलब्ध कराई गई उपग्रह तस्वीरों के मुताबिक बख्तरबंद गाड़ियों, टैंक, तोप और अन्य सहायक वाहनों का काफिला शहर से करीब 25 किलोमीटर की दूरी पर हैं और इसकी लंबाई करीब 40 मील है। जेलेंस्की ने कहा, रूसियों के लिए कीव मुख्य लक्ष्य है। उन्होंने कहा, वे हमारे देश की राष्ट्रीयता को खंडित करना चाहते हैं और इसलिए राजधानी लगातार खतरे में है। यूक्रेन के दूसरे सबसे बड़े और करीब 15 लाख आबादी वाले शहर खारकीव से आए वीडियो में दिख रहा है कि रिहायशी इलाकों में बमबारी हो रही है।
रूसी पत्रिका द न्यू टाइम्स पर यूक्रेन में रूसी सैन्य हताहतों के बारे में विवरण देने पर रोक लगा दी गई
उधर, रूस के संचार मंत्रालय और मीडिया निगरानी समूह रोसकोम्नाडज़ोर ने युद्ध को लेकर दिखाई जा रही खबरों के मद्देनजर कई रूसी और यूक्रेनी मीडिया संगठनों पर रोक लगा दी है। क्रेमलिन की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने वाली रूसी पत्रिका द न्यू टाइम्स पर यूक्रेन में रूसी सैन्य हताहतों के बारे में विवरण देने के कारण रोक लगा दी गई, जिसका रूसी रक्षा मंत्रालय ने अभी तक खुलासा नहीं किया है। रूस में पिछले चार दिनों से आक्रमण के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जबकि लगभग 10 लाख लोगों ने युद्ध को समाप्त करने की मांग करते हुए एक ऑनलाइन याचिका पर हस्ताक्षर किए हैं।
रूस में इन प्रदर्शनों में शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, अधिकारियों ने सोशल मीडिया मंच पर पाबंदियां लगाई हैं और स्वतंत्र समाचार साइट को बंद करने की धमकी दी है। स्वतंत्र समाचार साइट मेडुज़ा ने हैक की गई कुछ वेबसाइट के मुख्य पृष्ठों पर दिख रहे संदेश साझा किए। इस संदेश में लिखा है, प्रिय नागरिकों। हम आपसे निवेदन करते हैं कि यह पागलपन बंद करें और अपने बेटों और पति को मरने के लिए ना भेजें। कुछ वर्ष में हम उत्तर कोरिया की तरह हो जाएंगे। इससे हमें क्या फायदा है? क्या पुतिन का नाम इतिहास में दर्ज होगा? यह युद्ध हमारे लिए नहीं है, इसे रोकें। हैक की गई कई वेबसाइट को एक घंटे में बहाल कर लिया गया। सरकारी समाचार एजेंसी तास ने कहा, इस संदेश में वास्तविकता से जुड़ा कुछ नहीं था।