ब्रिटिश संसद में जलवायु आपात स्थिति घोषित किए जाने के बाद बुधवार को लेबर पार्टी ने ‘वास्तविक कार्रवाई’ की मांग की है। पार्टी ने ट्वीट किया है, ‘‘लेबर पार्टी के दबाव के कारण ब्रिटेन पर्यावरण और जलवायु आपात स्थित घोषित करने वाला पहला देश बन गया है।’’
लेबर पार्टी के नेता जेरेमी कोर्बीन ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए वास्तव में काम करने का वक्त आ गया है।’’ उन्होंने आशा जताई की ब्रिटेन के इस कदम के बाद दुनिया भर में संसद और सरकारें इस दिशा में गंभीरता से काम करेंगी। उन्होंने आशा जताई की इससे सरकारों पर दबाव बढ़ेगा और वह बढ़ते तापमान को नियंत्रित करने की दिशा में काम करेंगी। यूरोप में स्कूली छात्रों और युवाओं ने जलवायु परिवर्तन के खतरों को देखते हुए पिछले कुछ वक्त में कई प्रदर्शन किए थे।
जलवायु परिवर्तन को लेकर लंदन में पिछले 11 दिनों से काफी प्रदर्शन हुए, जिसके कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया था। स्वीडन की स्कूल गर्ल ग्रेटा थनबर्ग ने जलवायु परिवर्तन को बड़ा खतरा बताते हुए देश के राजनीतिज्ञों को संबोधित किया था। जलवायु पर आपात स्थिति घोषित करते हुए ब्रिटिश सांसद ने कहा कि इसका सबसे अधिक प्रभाव हमारी आनेवाली पीढ़ियों पर पड़ेगा। हमारी आनेवाली पीढ़ियां मौजूदा राजनीति से अधिक महत्वपूर्ण हैं।