सुलेमानी की मौत, नाटो ने इराक में प्रशिक्षण मिशन स्थगित किया, शोक सभा में शामिल हुए पीएम
By भाषा | Updated: January 4, 2020 18:40 IST2020-01-04T18:40:01+5:302020-01-04T18:40:01+5:30
गठबंधन सेना के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। इराक स्थित नाटो के मिशन में हजारों कर्मी हैं। यह मिशन बगदाद के अनुरोध पर इराकी सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण दे रहा है ताकि वहां जिहादी संगठन इस्लामिक स्टेट की वापसी को रोका जा सके।

इस हमले ने पश्चिम एशिया में एक नये युद्ध की आशंका पैदा कर दी है।
अमेरिकी ड्रोन हमले में बगदाद में ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के मारे जाने के बाद नाटो ने इराक में अपने प्रशिक्षण मिशनों को फिलहाल स्थगित कर दिया है।
गठबंधन सेना के प्रवक्ता ने शनिवार को यह जानकारी दी। इराक स्थित नाटो के मिशन में हजारों कर्मी हैं। यह मिशन बगदाद के अनुरोध पर इराकी सुरक्षा बलों को प्रशिक्षण दे रहा है ताकि वहां जिहादी संगठन इस्लामिक स्टेट की वापसी को रोका जा सके।
नाटो प्रवक्ता डायलन व्हाइट ने कहा, ‘‘नाटो का मिशन जारी है, लेकिन प्रशिक्षण गतिविधियां फिलहाल स्थगित कर दी गई हैं।’’ सुलेमानी ईरान के इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्ड कोर के कुद्स बल की विदेश शाखा के प्रमुख थे। वह शुक्रवार को एक अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गये। इस हमले ने पश्चिम एशिया में एक नये युद्ध की आशंका पैदा कर दी है।
इराक के प्रधानमंत्री अमेरिकी ड्रोन हमले में मारे गये ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी और इराकी अर्द्धसैनिक बल के उप प्रमुख अबू महदी अल मुहंदिस के लिए शनिवार को आयोजित एक शोक सभा में शामिल हुए। शोक सभा में इराक के प्रधानमंत्री अब्देल अब्देल महदी, मुहंदिस के सहयोगी हादी अल अमेरी, शिया धर्मगुरु अम्मार अल हकीम, पूर्व प्रधानमंत्री नूरी अल मलिकी और ईरान समर्थक अन्य गणमान्य लोग भी शामिल हुए।
ताबूतों को पहले बगदाद के काजिमिया जिले में स्थित एक प्रमुख शिया मस्जिद में लाया गया, जहां हजारों लोगों ने ‘अमेरिका मुर्दाबाद’ के नारे लगाए। इसके बाद ताबूतों को आधिकारिक शोक सभा के लिए ग्रीन जोन ले जाया गया।
गौरतलब है कि शुक्रवार को जब सुलेमानी और मुहंदिस बगदाद अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा से अपने वाहनों में सवार हो कर जा रहे थे तभी एक ड्रोन हमले में आठ अन्य लोगों के साथ वे मारे गए। सुलेमानी ईरानी रिवोल्युशनरी गार्ड की विदेश अभियान शाखा के प्रमुख थे।
वहीं, मुहंदिस इराक के अशद अल शाबी अर्द्धसैनिक नेटवर्क के उप प्रमुख थे। उनकी मौतों से इराक में ईरान और अमेरिका के बीच परोक्ष युद्ध की आशंका बढ़ गई है। सरकारी टीवी के मुताबिक इस हमले को अमेरिका ने अंजाम दिया। वहीं, इराक में अमरिका नीत गठबंधन सेना ने कहा कि वह इसमें शामिल नहीं है।