Coronavirus: चीन से जुड़ी स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा- 44% लोगों को कोरोना उनसे हुआ जिनमें कोविड-19 के नहीं दिखे लक्षण
By मनाली रस्तोगी | Published: April 17, 2020 11:20 AM2020-04-17T11:20:54+5:302020-04-17T11:25:04+5:30
नेचर मेडिसिन जर्नल में छपे एक अध्ययन में खुलासा हुआ है कि कुल संक्रमितों में से कुल 44 फीसदी ऐसे थे, जिन्हें बिना किसी लक्षण वाले व्यक्ति से संक्रमण हुआ था। यह अध्ययन चीन में किया गया था।
नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) के लक्षण को लेकर नेचर मेडिसिन जर्नल (Nature Medicine) ने बड़ा खुलासा किया है। दरअसल, नेचर मेडिसिन जर्नल में छपी एक स्टडी के अनुसार, कुल कोरोना पॉजिटिव मरीजों में से कुल 44 फीसदी मरीज ऐसे भी थे, जिनको बिना किसी लक्षण वाले व्यक्ति से संक्रमण हुआ था।
इस स्टडी में ये दावा किया गया है कि कोरोना पॉजिटिव मरीज इस घातक वायरस के लक्षण दिखने से दो या तीन पहले ही इससे संक्रमित हो चुके होते हैं। हालांकि, स्टडी में ये भी बताया गया है कि अगर कोरोना वायरस के लक्षण किसी मरीज में दिखने के बाद नियंत्रण उपाय किए जाएं तो इस बीमारी को काफी हद तक फैलने से रोका जा सकता है। मगर कोरोना वायरस के मामले में नियंत्रण उपाय को लेकर कई कारक ऐसे भी हैं, जो इन्हें प्रभावित कर सकते हैं।
वहीं, हांगकांग यूनिवर्सिटी के अध्ययनकर्ताओं के अनुसार, स्टडी में ये बताया गया है कि अगर कोरोना वायरस की चपेट में आने और इसके लक्षण दिखने के बीच का समय कम है तो ये मुमकिन है कि संक्रमण लक्षण दिखने से पहले ही फ़ैल जाए, जैसा कि चीन के मामले में देखा गया। मालूम हो, इस स्टडी को पूरा करने के लिए 94 मरीजों के चीन के गुवांग्झू के अस्पताल में वायरल शेडिंग (जब एक व्यक्ति दूसरे को संक्रमित करता है) के अस्थायी पैटर्न का आकलन किया गया था।
इस आकलन में ये पाया गया कि गुवांग्झू के अस्पताल में भर्ती 94 मरीजों में गले के स्वैब लेने के बाद दो से तीन दिनों बाद कोरोना वायरस के लक्षण दिखाई दिए थे। वैसे इस स्टडी में यह भी बताया गया है कि मरीजों के स्वैब का परीक्षण करने के बाद ये देखा गया कि इन मरीजों में संक्रमण फैलाने का लोड लक्षणों के शुरुआत से पहले ज्यादा था।