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SriLanka Protests: पीएम रानिल विक्रमसिंघे देंगे इस्तीफा, सर्वदलीय सरकार बनने का रास्ता साफ, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे भागे!, देखें वीडियो

By सतीश कुमार सिंह | Updated: July 9, 2022 18:49 IST

SriLanka Protests: 2.2 करोड़ की आबादी वाला देश श्रीलंका गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। इस बीच, श्रीलंका में अमेरिकी राजदूत जूली चुंग ने शुक्रवार को देश की सेना और पुलिस से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति देने का आग्रह किया।

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ठळक मुद्देश्रीलंका के मानवाधिकार आयोग ने कर्फ्यू को मानवाधिकारों का घोर हनन बताया है।शनिवार को राजनीतिक दल के नेताओं की तत्काल बैठक बुलायी।स्पीकर से तत्काल संसद का सत्र बुलाने का अनुरोध किया था।

कोलंबोः श्रीलंका के प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि वह इस्तीफा देने और सर्वदलीय सरकार के लिए मार्ग प्रशस्त करने को तैयार हैं। विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा वह देश की हालात सुधरना चाहते हैं। श्रीलंका में लोगों ने राष्ट्रपति के आवास पर कब्जा कर लिया है। 

श्रीलंका में बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग करते हुए शनिवार को मध्य कोलंबो के कड़ी सुरक्षा वाले फोर्ट इलाके में अवरोधकों को हटाकर उनके (राष्ट्रपति के) आधिकारिक आवास में घुस गए। कुछ प्रदर्शनकारियों के हाथ में श्रीलंका का ध्वज और हेलमेट थे।

प्रधानमंत्री के मीडिया प्रभाग ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने और संसद में बहुमत साबित होने के बाद वह प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। उनके कार्यालय ने कहा कि विक्रमसिंघे तब तक प्रधानमंत्री पद पर बने रहेंगे। विक्रमसिंघे ने पार्टी नेताओं से कहा कि वह इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए पद छोड़ने का निर्णय ले रहे हैं कि इस सप्ताह से देशव्यापी ईंधन वितरण दोबारा शुरू किया जाना है, विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक इस सप्ताह देश का दौरा करने वाले हैं और आईएमएफ के लिए ऋण निरंतरता रिपोर्ट को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाना है।

सरकार विरोधी प्रदर्शनों के कारण मई में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के बड़े भाई महिंदा राजपक्षे को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने पर मजबूर होना पड़ा था। प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास की दीवारों पर चढ़ गए और वे अंदर ही हैं। हालांकि, उन्होंने किसी संपत्ति को नुकसान नहीं पहुंचाया और न ही किसी तरह की हिंसा की है।

बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति राजपक्षे के इस्तीफे की मांग को लेकर फोर्ट इलाके में एकत्र हुए थे। प्रदर्शनकारी देश में गंभीर आर्थिक संकट को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। राजपक्षे पर मार्च से ही इस्तीफा देने का दबाव बढ़ रहा है।

वह अप्रैल में प्रदर्शनकारियों द्वारा उनके कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कब्जा करने के बाद से ही राष्ट्रपति आवास को अपने आवास तथा कार्यालय के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, शनिवार के विरोध प्रदर्शन की आशंका के मद्देनजर राष्ट्रपति को शुक्रवार को उनके आवास से बाहर ले जाया गया था। सूत्रों ने बताया कि राष्ट्रपति को कहां ले जाया गया है, इस बारे में पता नहीं चल सका है।

प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति के कार्यालय और आधिकारिक आवास दोनों पर कब्जा कर लिया है। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले छोड़े और पानी की बौछारें कीं तथा गोलियां चलायीं, लेकिन फिर भी प्रदर्शनकारी अवरोधकों को हटाकर राष्ट्रपति आवास में घुस गए।

उनके अपने सांसदों के एक समूह ने उन्हें एक पत्र लिखा है, जिसमें उनसे पद छोड़ने और एक नया प्रधानमंत्री और एक सर्वदलीय सरकार गठित करने का आग्रह किया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो के मुताबिक, एक वीआईपी काफिला कोलंबो अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंच गया है, जहां श्रीलंका एयरलाइंस का एक विमान खड़ा था।

(इनपुट एजेंसी)

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