श्रीलंका में डॉक्टरों ने लोगों से बीमार न होने की अपील की, दवाओं की कमी से बेहद बुरे हुए हालात

By शिवेंद्र राय | Published: July 13, 2022 03:58 PM2022-07-13T15:58:06+5:302022-07-13T16:01:09+5:30

श्रीलंका के आर्थिक और राजनीतिक हालात इस समय बेहद खराब हैं। राष्ट्रपति देश छोड़कर भाग चुके हैं लेकिन प्रदर्शनकारी अब भी सड़कों पर हैं। बिगड़ते हालात के बीच देश में जरूरी दवाओं की भी कमी हो गई है।

Sri Lanka doctors said to people dont fall ill due to drug shortage | श्रीलंका में डॉक्टरों ने लोगों से बीमार न होने की अपील की, दवाओं की कमी से बेहद बुरे हुए हालात

श्रीलंका में जरूरी दवाओं की कमी हो गई है

Highlightsश्रीलंका में जरूरी दवाओं की कमी हुईदेश में स्वास्थ्य आपातकाल जैसी स्थितिडॉक्टर विदेश में रह रहे श्रीलंका के लोगों से मदद मांग रहे हैं

कोलंबो: श्रीलंका में राजनीतिक हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। लगातार बिगड़ते हालात के बीच अब देश मे जरूरी दवाओं की भी कमी हो गई है। कोरोना महामारी के बुरे असर से निकल रहे श्रीलंका में दवाओं की कमी के कारण स्वास्थ्य आपाताकाल जैसी स्थिति आ गई है। खराब आर्थिक हालात के कारण श्रीलंका में दवाओं की आपूर्ति रुक गई है। हालात इतने बुरे हो गए हैं कि डॉक्टरों ने लोगों से बीमार न होने की अपील की है। साथ ही डॉक्टरों का कहना है कि दुर्घटना का शिकार भी न हों।

कुछ डॉक्टरों ने जरूरी दवाओं की आपूर्ति के लिए फंड जुटाने की कोशिश में सोशल मीडिया का रुख किया है। वे विदेशों में रह रहे श्रीलंकाई लोगों से भी मदद की गुहार लगा रहे हैं। अब तक इस समस्या के समाप्त होने का कोई संकेत नहीं है जिसने देश को आर्थिक और राजनीतिक संकट में डाल दिया है।

श्रीलंका मे मेडिकल कॉलेज जरूरी दवाओं की आपूर्ति के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय से गुहार लगा रहे हैं लेकिन बेहद खराब राजनीतिक हालात की वजह से दवाओं का मिलना असंभव हो गया है।

अस्पतालों में रेबिज और यौन जनित बीमारियों के उपचार में काम आने वाली दवाएं खत्म हो गई हैं। यहां तक कि खून की जांच के लिए प्रयोदशालाओं में जरूरी सामग्री तक नहीं है। श्रीलंका मेडिकल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष डॉ सुरंथा परेरा ने कहा है कि, "यदि आप जानवर रखते हैं तो सावधान रहें। यदि जानवर आपको काट लेता है, और आपको सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है तो हमारे पास पर्याप्त एंटीसीरम और रेबीज के टीके नहीं हैं।"

 बता दें कि श्रीलंका में राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के देश छोड़ने के बाद भी विरोध प्रदर्शन जारी हैं। प्रधानमंत्री रनिल विक्रमसिंघे को कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया गया है लेकिन प्रदर्शनकारी रनिल विक्रमसिंघे को भी हटाने की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री का भी इस्तीफा मांग रहे प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय पर कब्जा कर लिया है। प्रदर्शनकारी परिसर के अंदर घुस गए हैं और कार्यालय की छत पर श्रीलंका का झंडा लहरा रहे हैं।

Web Title: Sri Lanka doctors said to people dont fall ill due to drug shortage

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