Sri Lanka Crisis: श्रीलंका में घोर आर्थिक संकट के बीच माहौल काफी हिंसक हो गया है। देशव्यापी कर्फ्यू के बीच श्रीलंका में सरकार विरोधी और सरकार समर्थक भिड़ गए जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने राजपक्षे परिवार के पुश्तैनी घर में सोमवार को आग लगा दी। वहीं श्रीलंकाई सांसद सनथ निशांत और पूर्व मंत्री जॉनसन फर्नांडो के घरों पर भी हमला किया गया और आग लगा दी गई।
रिपोर्ट के मुताबिक कई सांसदों के घरों पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमले किए। श्रीलंका मीडिया के मुताबिक, एसएलपीपी सांसद बंदुला गुणवर्धने, प्रसन्ना रणतुंगा, चन्ना जयसुमना, कोकिला गुणवर्धने, अरुंडिका फर्नांडो, थिसा कुट्टियाराची, कनका हेराथ, पवित्रा वन्नियाराची के घरों पर भी हमला किया गया है। जबकि सोमवार संघर्ष के दौरान सांसद अमरकीर्ति अथुकोरला और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि सांसद अमरकीर्ति अथुकोरला उत्तर पश्चिमी शहर निट्टंबुवा में सरकार विरोधी समूहों से घिरे हुए थे। लोगों ने बताया कि उनकी एसयूवी से गोलियां चलीं और जब गुस्साई भीड़ ने कार को गिरा दिया तो वह भाग गए और एक इमारत में शरण ली और अपनी ही रिवॉल्वर खींचकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि जब तक उन्होंने आत्महत्या की, तब तक हजारों लोग इमारत को घेर चुके थे। बाद में विधायक और उनके निजी सुरक्षा अधिकारी मृत पाए गए।
यह तब हुआ जब महिंदा राजपक्षे के समर्थकों ने राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के कार्यालय के बाहर सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला किया, जिसमें कम से कम 130 लोग घायल हो गए और अधिकारियों को देशव्यापी कर्फ्यू लगाने और राजधानी में सेना के जवानों को तैनात करने के लिए प्रेरित किया।
इस बीच, श्रीलंका के प्रधानमंत्री महिंदा राजपक्षे ने देश में अभूतपूर्व आर्थिक उथल-पुथल के बीच इस्तीफा दे दिया है। कोलंबो में हिंसक दृश्य देखने के बाद उन्होंने राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे को अपना त्याग पत्र भेजा। महिंदा ने ट्वीट किया, "मैंने तत्काल प्रभाव से प्रधानमंत्री पद से अपना इस्तीफा राष्ट्रपति को सौंप दिया है।"
1948 में ब्रिटेन से आजादी मिलने के बाद श्रीलंका अब तक के सबसे गंभीर आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहा है। यह संकट मुख्य रूप से विदेशी मुद्रा की कमी के कारण पैदा हुआ जिसका अर्थ है कि देश मुख्य खाद्य पदार्थों और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर पा रहा है। नौ अप्रैल से पूरे श्रीलंका में हजारों प्रदर्शनकारी सड़कों पर हैं, क्योंकि सरकार के पास आयात के लिए धनराशि खत्म हो गई है। आवश्यक वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। इससे पहले राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने सोमवार को जनता से संयम बरतने की अपील की
उधर, हिंसा की स्थिति के मद्देनजर श्रीलंकाई एयरलाइंस ने सोमवार को यात्रियों से अनुरोध किया कि वे भंडारनाइके अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (बीआईए) पहुंचने के लिये जांच चौकियों पर अपनी हवाई टिकट और पासपोर्ट दिखायें। श्रीलंकाई एयरलाइंस ने यात्रियों, विशेषकर विदेशी यात्रियों को आश्वस्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘श्रीलंका में मौजूदा हालात देखते हुए कोलंबो से रवाना हो रहे यात्री बीआईए पहुंचने के लिये जांच चौकियों पर सुरक्षाकर्मियों को अपने हवाई टिकट और पासपोर्ट दिखा सकते हैं।