जूम कॉल के जरिए सुनाई गई मौत की सजा, लॉकडाउन की वजह से अदालतें हैं बंद

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: May 20, 2020 12:36 PM2020-05-20T12:36:55+5:302020-05-20T12:36:55+5:30

सिंगापुर में मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में सजा-ए-मौत का प्रावधान है. सिंगापुर के अलावा नाइजीरिया में भी एक मामले में मौत की सजा जूम एप के जरिए सुनाई गई है.

Singapore sentences man to death via Zoom call | जूम कॉल के जरिए सुनाई गई मौत की सजा, लॉकडाउन की वजह से अदालतें हैं बंद

लोकमत फाइल फोटो

Highlightsसिंगापुर में कोरोना वायरस के चलते अप्रैल से ही देशव्यापी लॉकडाउन है, यहां अब तक 22 लोगों की मौत हुई हैह्यूमन राइट्स वॉच ने कहा है कि मौत की सजा अमानवीय और क्रूर है.

सिंगापुर में एक व्यक्ति को ड्रग सौदे में उसकी भूमिका के लिए ज़ूम वीडियो-कॉल के माध्यम से मौत की सजा सुनाई गई है। ये सिंगापुर में पहला ऐसा मामला है जब किसी अपराधी को जूम के जरिए मृत्युदंड दिया गया है। 37 वर्षीय मलेशियाई नागरिक पुनीथन जेनसन को शुक्रवार को 2011 की हेरोइन के लेन-देन में उनकी भूमिका के लिए सजा मिली है। एशियाई देश सिंगापुर में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।  देश में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 28,794 हो गई है।

सिंगापुर सुप्रीम कोर्ट के प्रवक्ता ने बताया, सुरक्षा के मद्देनजर इस केस की सुनवाई वीडियो-कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हुई। हिन्दुस्तान टाइम्स में छपी रिपोर्ट के अनुसार, यह पहला आपराधिक मामला है जब सजा का ऐलान रिमोट हियरिंग के जरिए हुई। पुनीथन जेनसन के वकील पीटर फर्नांडो ने कहा कि जज ने जूम कॉल पर उनके मुवक्किल को सजा सुनाया है और वह अपील पर विचार कर रहे हैं।

वहीं, अधिकार समूहों ने मौत के मामलों में जूम वीडियो का उपयोग करने की आलोचना की है। जेनसन के वकील फर्नांडो ने कहा कि उन्होंने वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के इस्तेमाल पर कोई आपत्ति नहीं जताई क्योंकि यह केवल न्यायाधीश के फैसले को सुनने के लिए थी। इसे स्पष्ट रूप से सुना जा सकता है और इस दौरान कोई कानूनी तर्क नहीं दिया गया।

सिंगापुर में कई अदालतों की सुनवाई लॉकडाउन अवधि के दौरान स्थगित कर दी गई है। यहां अप्रैल की शुरुआत देशव्यापी लॉकडाउन की घोषणा हुई थी जो 1 जून 2020 तक चलने वाली है।

सिंगापुर में अवैध ड्रग्स के लिए जीरो-टॉलरेंस की नीति है और सैकड़ों लोगों को फांसी दी जा चुकी है, जिसमें दर्जनों विदेशी भी शामिल हैं।ह्यूमन राइट्स वॉच के एशिया डिवीजन के डिप्टी डायरेक्टर फिल रॉबर्टसन ने कहा, "सिंगापुर में मौत की सजा का उपयोग स्वाभाविक रूप से क्रूर और अमानवीय है, और ज़ूम तकनीक का उपयोग इसे और अधिक क्रूर बनाता है।

ह्यूमन राइट्स वॉच ने नाइजीरिया में भी ऐसे ही एक मामले की आलोचना की है जहाँ ज़ूम के माध्यम से मौत की सजा सुनाई गई थी।

Web Title: Singapore sentences man to death via Zoom call

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