सिंगापुर ने गोटाबाया राजपक्षे की यात्रा को 'निजी' बताया, कहा- 'वैध पासपोर्ट के साथ वो यहां रह सकते हैं'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 16, 2022 06:35 PM2022-07-16T18:35:22+5:302022-07-16T18:38:40+5:30
श्रीलंका में उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए 73 साल के पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे बीते बुधवार की तड़के सैन्य विमान से मालदीव पहुंच गये थे। एकदिन वहां रहने के बाद राजपक्षे गुरुवार को मालदीव से सिंगापुर के लिए रवाना हो गये थे।
सिंगापुर:श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के मालदीव से सिंगापुर पहुंचने पर वहां के पूर्व राजनयिकों का मानना है कि श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति राजपक्षे अपने वैध पासपोर्ट पर सिंगापुर में आये हैं, इसलिए उनके "निजी यात्रा" पर किसी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए। सिंगापुर में वैध पासपोर्ट के साथ प्रवेश करना किसी अपराध की श्रेणी में नहीं आता है।
बीते बुधवार को श्रीलंका में उग्र होते प्रदर्शन को देखते हुए 73 साल के गोटाबाया राजपक्षे ने बीते बुधवार के तड़के सैन्य विमान से मालदीव पहुंच गये थे। वहीं गुरुवार को गोटबाया मालदीव से सिंगापुर पहुंचे थे।
गोटाबाया राजपक्षे के सिंगापुर पहुंचने के मामले में विदेश मंत्रालय के पूर्व स्थायी सचिव बिलाहारी कौशिकन ने कहा कि केवल गोटबाया राजपक्षे ही नहीं बल्कि कोई भी वैध पासपोर्ट और वीजा की शर्तों के आधार पर सिंगापुर में आ सकता है।
कौशिकन के कहा, "कोई भी श्रीलंकाई नागरिक जिसके पास वैध पासपोर्ट है, बिना किसी विशेष अनुमति के एक निश्चित अवधि के लिए सिंगापुर आ सकता है। चाहे वो श्रीलंका का सामान्य व्यक्ति हो या फिर देश का राष्ट्रपति ही क्यों न हो। अपवाद के तौर पर केवल उन्हें सिंगापुर आने की मनाही है, जिनके खिलाफ कोई आपराधिक मामला दर्ज हो।"
उन्होंने कहा, "वह किसी भी अपराध के लिए वांछित नहीं है और न ही उनके लिए इंटरपोल की ओर से रेड नोटिस जारी हुआ है। ऐसे में भला सिंगापुर प्रशासन किस तरह से उनकी यात्रा पर रोक लगा सकता है।"
सिंगापुर वीज़ा वेबसाइट से पता चलता है कि गोटबाया राजपक्षे जैसे श्रीलंकाई नागरिकों को पर्यटन, अवकाश, दोस्तों से मिलने और चिकित्सा उपचार प्राप्त करने जैसे उद्देश्यों के लिए 30 दिनों से कम की यात्राओं के लिए सिंगापुर वीजा-मुक्त यात्रा करने की अनुमति है।
सिंगापुर की नेशनल यूनिवर्सिटी एसोसिएट प्रोफेसर चोंग जा इयान ने कहा कि सिंगापुर पूरे विश्व में टूरिस्ट डेस्टिनेशन के लिए प्रसिद्ध है, इसलिए यहां पर कोई भी आ सकता है।
प्रोफेसर चोंग जा इयान ने कहा, हमारे हर उस आदमी स्वागत है, जो राजनैतिक तौर पर विवादित या किसी अपराधों में न फंसा हो। वहीं सिंगापुर में शरण लेने के मामले में इजाजत देने का सिंगपुर प्रशासन को है।
मालूम हो कि सिंगापुर के गृह मामलों के मंत्री के षणमुगम ने पिछले साल सितंबर में अपनी संसद में कहा था कि सिंगापुर राजनीतिक शरण या शरणार्थी के रूप में किसी अन्य देश के व्यक्ति को स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है।"
गोटबाया राजपक्षे के संबंध में सिंगापुर प्रशासन का कहना है कि राजपक्षे और उनकी पत्नी को "निजी यात्रा" पर प्रवेश की अनुमति दी गई है। न उन्होंने सिंगापुर से शरण मांगी है और न ही उन्हें कोई शरण दी गई है। सिंगापुर आमतौर पर किसी को शरण देने की अनुरोध को नहीं स्वीकार करता है।
सिंगापुर सरकार की ओर से कहा गया है कि वह एक छोटा सा देश है। ऐसे में गोटबाया राजपक्षे को राजनीतिक शरण देने में हमारी कोई दिलचस्पी नहीं है। लेकिन इससे पहले भी कई राजनीतिक नेता या तो निर्वासित या फिर चिकित्सा के लिए सिंगापुर आ चुके हैं लेकिन हमने किसी को शरण नहीं दी।
इससे पहले जिम्बाब्वे के पूर्व राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे भी साल 2019 में चिकित्सा उपचार लेने के लिए सिंगापुर आए थे और यहीं के ग्लेनीगल्स अस्पताल में उनकी मृत्यु हो गई थी। उससे पहले मालदीव के पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम नासिर भी 1978 में सिंगापुर में निर्वासन पर आये थे। साल 2008 में 82 साल की उम्र में उनका भी निधन कथित तौर पर माउंट एलिजाबेथ अस्पताल में हुआ। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)