15 साल की उम्र में ISIS में शामिल होने के लिए सीरिया गई ब्रिटिश लड़की करना चाहती है घर वापसी
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: February 14, 2019 07:17 PM2019-02-14T19:17:06+5:302019-02-14T19:17:06+5:30
शमीमा बेगम ने कहा, ‘‘मैं वाकई ब्रिटेन लौटना चाहती हूं क्योंकि मुझे पता है कि मेरे बच्चे की देखभाल होगी। मैं घर आने के लिए जरूरी कोई भी काम करुंगी और मेरे बच्चे के साथ शांति से रहूंगी।’’
लंदन, 14 फरवरी (भाषा) सीरिया में इस्लामिक स्टेट (आई्एसआईएस) में शामिल होने के लिए 15 साल की उम्र में भाग गयी और एक इस्लामी आतंकवादी से शादी करने वाली बांग्लादेशी मूल की ब्रिटिश लड़की ने ब्रिटेन की सरकार से उसे लौटने की अनुमति देने की अपील की है।
उन्नीस साल की हो गयी शमीमा बेगम को एक संवाददाता ने सीरिया के एक शरणार्थी शिविर में देखा था। लड़की उस समय गर्भवती थी और अपने अजन्मे तीसरे बच्चे की सुरक्षा के लिए युद्ध क्षेत्र छोड़कर जाना चाहती थी।
बेगम ने ‘द टाइम्स’ को दिये इंटरव्यू में कहा, ‘‘मैं अब वही 15 साल की पागल नादान स्कूली लड़की नहीं हूं जो चार साल पहले बेथनल ग्रीन से भाग गयी थी। मुझे यहां से लौटने पर खेद नहीं होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं वाकई ब्रिटेन लौटना चाहती हूं क्योंकि मुझे पता है कि मेरे बच्चे की देखभाल होगी। मैं घर आने के लिए जरूरी कोई भी काम करूंगी और मेरे बच्चे के साथ शांति से रहूंगी।’’
अफगान तालिबान ने पाकिस्तान में अमेरिका के साथ वार्ता का ऐलान किया
इस्लामाबाद, 14 फरवरी (भाषा) तालिबान ने बुधवार को कहा कि उसके वार्ताकार इन दिनों चल रही अफगान शांति वार्ता के हिस्से के तौर पर अगले सप्ताह इस्लामाबाद में होने वाली वार्ता के महत्वपूर्ण दौर में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान और वहां के शीर्ष अधिकारियों तथा अमेरिका के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात करेंगे।
हालांकि अमेरिका और पाकिस्तान की ओर से तालिबान की इस घोषणा के बारे में कोई पुष्टि नहीं की गई है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने एक बयान में कहा, "पाकिस्तान सरकार के औपचारिक निमंत्रण पर 18 फरवरी को इस्लामी अमीरात और अमेरिका के वार्ताकारों के बीच इस्लामाबाद में एक और बैठक होनी है।"
बयान में कहा गया है कि तालिबान का प्रतिनिधिमंडल प्रधानमंत्री इमरान खान से भी मुलाकात करेगा।
मुजाहिद ने कहा, ‘‘इमरान खान से मुलाकात के दौरान तालिबान पाकिस्तान-अफगानिस्तान रिश्तों और अफगान शरणार्थियों तथा कारोबारियों से जुड़े मुद्दों पर व्यापक चर्चा करेगा।"
तालिबान और अमेरिका अफगानिस्तान में करीब 17 साल से जारी युद्ध को खत्म करने के लिये बातचीत कर रहे हैं। इससे पहले कतर में भी इस मुद्दे को लेकर बातचीत हो चुकी है।