मूंगों की वंश वृद्धि प्रक्रिया से ऑस्ट्रेलिया की प्रवाल भित्ती में दिखी रंगों की छटा
By भाषा | Published: November 24, 2021 05:54 PM2021-11-24T17:54:43+5:302021-11-24T17:54:43+5:30
कैनबरा, 24 नवंबर (एपी) ऑस्ट्रेलिया की ग्रेट बैरियर रीफ (प्रवाल भित्ती) का नजारा इन दिनों देखते ही बनता है। कभी मूंगों के विरंजन से होने वाले खतरे से उबरकर प्राकृतिक आश्चर्य के तौर पर विश्व विरासत के रूप में सूचीबद्ध इस जगह अब हर तरफ मूंगों की रंग-बिरंगी चट्टानें दिखाई दे रही हैं।
वैज्ञानिकों ने मंगलवार रात को क्वींसलैंड राज्य के तटीय शहर केर्न्स से दूर प्रशांत महासागर में शुक्राणु और अंडों के निषेचित होने से मूंगों के बनने की प्रक्रिया को रिकॉर्ड किया।
वंश वृद्धि का यह घटनाक्रम दो से तीन दिनों तक चलेगा।
वैज्ञानिकों के मुताबिक 2016, 2017 और पिछले साल असामान्य रूप से समुद्र के गर्म तापमान के कारण मूंगों के विरंजन से 3,48,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैली 2500 प्रवाल भित्तियों को काफी नुकसान हुआ। विरंजन के कारण दो-तिहाई मूंगे नष्ट हो गए।
पर्यटन और शैक्षणिक कारोबार से संबंधित ‘रीफ टीच’ के साथ काम करने वाले समुद्री वैज्ञानिक गेरेथ फिलिप्स भित्तियों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिये एक परियोजना के हिस्से के तौर पर वंश वृद्धि की इस प्रक्रिया का अध्ययन कर रहे हैं।
उन्होंने बुधवार को एक बयान में कहा , “एक भित्ती को जन्म देते देखकर खुशी होती है।” उन्होंने कहा, “यह इस बात का पुख्ता प्रदर्शन है कि इस क्षेत्र का पारिस्थितिकीय तंत्र कारगर है और काम कर रहा है तथा 18 महीनों से अधिक समय तक संषर्घ करने के बाद यह फिर से काम कर रहा है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।