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सऊदी अरब के लिए पाकिस्तान और भारत में कौन ज्यादा मायने रखता है?

By विकास कुमार | Updated: February 20, 2019 14:58 IST

सऊदी अरब ने तेल की अकूत दौलत से जब पूरी दुनिया में वहाबी इस्लाम का कॉन्ट्रैक्ट बांटा तो उसका सबसे बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के हांथ लगा। जो आज तक अनवरत जारी है। 

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ठळक मुद्दे2014-15 में भारत और सऊदी अरब के बीच कूल 39 बिलियन डॉलर का व्यापार हुआ.सऊदी अरब में पाकितान के 25 लाख लोग रहते हैं तो वहीं भारत के 30 लाख लोग रहते हैं. सऊदी अरब भारत की तेल जरूरतों को पूरा करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है.

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान भारत दौरे पर आये हुए हैं। पीएम मोदी ने 12 वीं बार प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें एयरपोर्ट पर रिसीव किया है। उनका दौरे ऐसे वक्त में हो रहा है जब भारत और पाकिस्तान के बीच पुलवामा हमले को लेकर तनाव चरम पर है। सऊदी अरब के प्रिंस भारत आने से पहले पाकिस्तान गए इसका मतलब साफ है कि सऊदी अरब के लिए पहली प्राथमिकता कौन है? पाकिस्तान और सऊदी अरब परंपरागत सहयोगी रहे हैं। सऊदी अरब ने तेल की अकूत दौलत से जब पूरी दुनिया में वहाबी इस्लाम का कॉन्ट्रैक्ट बांटा तो उसका सबसे बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के हांथ लगा। जो आज तक अनवरत जारी है। 

भारत और सऊदी के संबंध 

भारत के लिए सऊदी अरब की महता आर्थिक रूप से मायने रखती है तो वहीं पाकिस्तान के कूटनीतिक संबंध सऊदी अरब के साथ रक्षा समझौतों की बुनियाद पर खड़े हैं। भारत और सऊदी अरब के बीच 2014-15  में 39 अरब अरब डॉलर का व्यापार हुआ, लेकिन भारत की तेल जरूरतों के कारण सऊदी अरब के साथ भारत के व्यापार घाटे में बढ़ोतरी हुई है। वहीं इस दौरान पाकिस्तान के साथ सऊदी अरब का व्यापार 6 अरब डॉलर ही रहा।

पाकिस्तान के साथ गुप्त डील 

पाकिस्तान और सऊदी अरब के बीच एक गुप्त परमाणु डील भी है जिसके तहत पाकिस्तान सऊदी हुकूमत को आपात स्थिति में अपने परमाणु बम का एक्सेस उपलब्ध करवाएगा। दरअसल कहा जाता है कि भारत के परमाणु बम हासिल करने की महत्वाकांक्षाओं को पाकिस्तान ने जब भांप लिया तो उसने सऊदी अरब को पाकिस्तान के परमाणु तकनीक को आर्थिक मदद देने की गुजारिश की थी, जिसके बाद सऊदी अरब और पाकिस्तान के बीच यह गुप्त परमाणु डील हुई थी। 

सऊदी अरब भारत के लिए कितना महत्त्वपूर्ण 

सऊदी अरब में भारत के 30 लाख लोग रहते हैं और अगर पूरे खाड़ी क्षेत्र को जोड़ लिया जाए तो यह संख्या 73 लाख को पार कर जाती है। ये लोग हर साल भारत में 36 अरब डॉलर की राशि भेजते हैं। पाकिस्तान के 25 लाख लोग सऊदी में रहते हैं जिसमें अधिकतर कामगार हैं। इनके द्वारा हर साल देश में 6 अरब डॉलर की राशि भेजी जाती है जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पाकिस्तान रक्षा संबंधों पर सऊदी अरब के ज्यादा नजदीक है लेकिन भारत अपने व्यापार के दम पर पाकिस्तान को कड़ी टक्कर देता रहा है। 

यमन में सऊदी के कारण भूखमरी 

यमन एक छोटा सा देश आज सऊदी कट्टरता का सबसे नया शिकार बना है। जहां अपनी कठपुतली सरकार को बचाने के लिए सऊदी और सहयोगी गठबंधन सेनाएं लगातार आसमान से आग उगल रही हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक यमन इस सदी के सबसे बड़े मानवीय त्रासदी के कगार पर खड़ा है, जहां कभी भी 1।5 करोड़ लोगों की मौत भूख के कारण हो सकती है। हौती विद्रोहियों और सऊदी प्रायोजित सरकार के बीच के इस संघर्ष में अभी तक 50 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 

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