Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर दूसरे दौर की वार्ता 2 मार्च को तय
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 1, 2022 20:40 IST2022-03-01T20:39:11+5:302022-03-01T20:40:51+5:30
समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी पक्ष के एक सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी है कि रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की वार्ता बुधवार को होगी।

Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर दूसरे दौर की वार्ता 2 मार्च को तय
रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध विराम को लेकर दूसरे दौर की वार्ता 2 मार्च को तय की गई है। इससे पहले दोनों देशों के बीच शांति वार्ता सोमवार को हुई थी। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने रूसी पक्ष के एक सूत्र के हवाले से यह जानकारी दी है कि रूस और यूक्रेन के बीच दूसरे दौर की वार्ता बुधवार को होगी। दोनों पक्षों के बीच पहले दौर की बातचीत सोमवार को बेलारूस के सीमावर्ती शहर गोमेल में हुई थी, इस बीच यूक्रेन में रुक-रुक कर लड़ाई हुई।
रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच सोमवार को रूस ने युद्ध विराम के लिए यूक्रेन और दुनिया के सामने तीन शर्ते रखी थी। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से स्पष्ट कहा है कि यूक्रेन के साथ समझौता तभी संभव है जब रूस के वैध सुरक्षा हितों को बिना शर्त के स्वीकार किया जाए। रूस ने अपनी पहली शर्त में कहा कि क्रीमिया पर रूस की संप्रुभता को मान्यता मिलनी चाहिए। यूक्रेन का विसैन्यीकरण रूस की दूसरी शर्त है। जबकि तीसरी शर्त हमलावर देश ने कहा कि यूक्रेन की भूमिक तटस्थ होनी चाहिए।
मालूम हो कि मंगलवार को युद्ध छठा दिन हो गया है। छठे दिन खारकीव पर रूस के लगातार हमलों के बीच दूसरे दौर की वार्ता का आह्वान किया गया है। यूक्रेनी सरकार ने दावा किया है कि रूसी सेना द्वारा मिसाइलों के साथ शहर के केंद्र को निशाना बनाने के बाद दस लोग मारे गए और 35 घायल हो गए, उन्होंने चिंता व्यक्त की कि मलबे को साफ करने के बाद मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है।
मंगलवार को ही यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यूरोपीय पार्लियामेंट में अपना भाषण दिया। अपने संबोधन में जेलेंस्की ने कहा, "हम अपनी भूमि और अपनी स्वतंत्रता के लिए लड़ रहे हैं, इस तथ्य के बावजूद कि हमारे सभी शहर अब ब्लॉक हैं। कोई भी हमें तोड़ने वाला नहीं है, हम मजबूत हैं, हम यूक्रेनियन हैं।" उनका यह संबोधन इतना प्रभावशाली था कि यूरोपीय संसद के सदस्य खड़े होकर उनके सम्मान में ताली बचाने लगे। उन्होंने यूरोपीय संघ से कहा कि आपने साबित कर दिया कि आप यूक्रेन के साथ हैं।