Russia Ukraine Crisis: यूक्रेन के खिलाफ युद्ध विराम को लेकर हमलावर देश रूस ने रखी ये 3 शर्तें, जानिए क्या चाहते हैं पुतिन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 28, 2022 09:56 PM2022-02-28T21:56:16+5:302022-02-28T21:59:56+5:30
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से स्पष्ट कहा है कि यूक्रेन के साथ समझौता तभी संभव है जब रूस के वैध सुरक्षा हितों को बिना शर्त के स्वीकार किया जाए।
रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच सोमवार को रूस ने युद्ध विराम के लिए यूक्रेन और दुनिया के सामने तीन शर्ते रखी हैं। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से स्पष्ट कहा है कि यूक्रेन के साथ समझौता तभी संभव है जब रूस के वैध सुरक्षा हितों को बिना शर्त के स्वीकार किया जाए। संघर्ष विराम के लिए रूस के द्वारा प्रमुख रूप से तीन शर्तें रखी गई हैं।
शर्त नंबर 1 - क्रीमिया पर रूस की संप्रुभता को मिले मान्यता
रूस ने अपनी पहली शर्त में कहा है कि क्रीमिया पर रूस की संप्रुभता को मान्यता मिलनी चाहिए। मालूम हो कि यूक्रेन से साल 2014 में रूस ने क्रीमिया हथिया लिया था, जिसके बाद अमेरिका सहित पश्चिमी देशों ने उसपर कड़े प्रतिबंध लगाए थे। रूस चाहता है कि यूक्रेन उसे क्रीमिया पर रूस की संप्रुभता को मान्यता दे।
शर्त नंबर 2 - यूक्रेनी राज्य का विसैन्यीकरण
रूस अपनी दूसरी शर्त के तहत यह चाहता है कि यूक्रेन अपने देश में सैन्यकरण को समाप्त करे। खासकर अपनी इस शर्त के माध्यम से रूस नाटो संगठन के देशों, खासकर यूएस को यह साफ संदेश देना चाहता है कि यूक्रेन को वह अपने खेमे से बाहर रखें।
शर्त नंबर 3 - यूक्रेन की तटस्थ स्थिति हो सुनिश्चित
रूस लगातार इस बात का विरोध कर रहा है कि यूक्रेन अमेरिका समर्थित पश्चिमी देशों के खेमे से बाहर रहे। वह अपनी स्थिति को तस्टस्थ रखे। इसी कारण रूस ने अपनी तीसरी शर्त के रूप में इस बात को रखा है। इससे पहले रूस ने यह शर्त की थी कि यूक्रेन में राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की को पद से हटाया जाए। रूस का आरोप है कि जेलेंस्की अमेरिका की कटपुतली बनकर यूक्रेन की सत्ता में बैठे हैं। दोनों मुल्कों के बीच शांति वार्ता को लेकर सोमवार को बेलारूस की सीमा पर यूक्रेन और रूस के बीच मीटिंग हुई है।