पोलिश रक्षाकर्मियों ने लगभग 100 भारतीय छात्रों की पिटाई कर उन्हें वापस यूक्रेन भेजा- संयुक्त राष्ट्र में बेलारूसी राजदूत ने किया दावा
By आजाद खान | Published: March 3, 2022 08:49 AM2022-03-03T08:49:42+5:302022-03-03T08:58:05+5:30
रूसी रक्षा मंत्रालय ने यह आरोप भी लगाया कि यूक्रेन के अधिकारी भारतीय छात्रों के एक समूह को खारकीव में जबरदस्ती रोक कर रख रहे हैं।
Russia Ukraine Crisis: बेलारूस ने बुधवार को दावा किया कि पोलिश सीमा प्रहरियों ने लगभग 100 भारतीय छात्रों की पिटाई की और उन्हें वापस यूक्रेन भेज दिया था। उनका यह भी कहना था कि जिसके बाद भारतीय छात्रों को रोमानिया के एक शरणार्थी शिविर में रखा गया है। संयुक्त राष्ट्र में बेलारूस के राजदूत वैलेन्टिन रयबाकोव ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा में एक बयान देते हुए यह टिप्पणी की है।
क्या कहा संयुक्त राष्ट्र में बेलारूस के राजदूत ने
इस पर बोलत हुए रयबाकोव ने कहा, ‘‘पोलिश सीमा प्रहरियों ने 26 फरवरी को लगभग 100 भारतीय छात्रों के एक समूह को पीटा और यूक्रेन वापस भेज दिया, जिन्हें इसके बाद रोमानिया में एक शरणार्थी शिविर में रखा गया।’’ संयुक्त राष्ट्र में यूक्रेन के राजदूत सर्गेई किस्लिट्स्या ने कहा कि उनके देश में रूसी सैन्य अभियान में एक भारतीय नागरिक मारा गया और एक चीनी नागरिक घायल हो गया है। आपको बता दें कि रूस-यूक्रेन में जंग छिड़ने के बाद भारतीय छात्रों की हालत बहुत खराब हो गई है। आए दिन उनके साथ गलत व्यवहार और मारपीट की भी खबरे सामने आ रही है।
अभी भी 8000 भारतीय छात्र फंसे हैं यूक्रेन में-विदेश सचिव
विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने मंगलवार को कहा था कि लगभग आठ हजार भारतीय, मुख्य रूप से छात्र, यूक्रेन में फंसे हुए हैं। भारत यूक्रेन के पश्चिमी पड़ोसियों जैसे रोमानिया, हंगरी और पोलैंड से विशेष उड़ानों के माध्यम से अपने नागरिकों को निकाल रहा है क्योंकि 24 फरवरी से यूक्रेनी हवाई क्षेत्र बंद है।
रूस भारतीय छात्रों को यूक्रेन से सुरक्षित निकालने को तैयार है-रूसी रक्षा मंत्रालय
रूस के रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि उसके सशस्त्र बल यूक्रेन के खारकीव शहर से भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकालने के लिहाज से सभी जरूरी कदम उठाने को तैयार हैं। भारत में रूसी दूतावास के एक अधिकारी ने रूस के रक्षा मंत्रालय की ब्रीफिंग का ब्योरा साझा किया है।
मॉस्को में रक्षा मंत्रालय ने एक मीडिया ब्रीफिंग में यह आरोप भी लगाया कि यूक्रेन के अधिकारी भारतीय छात्रों के एक समूह को उनकी बेलगोरोद जाने की इच्छा के विपरीत खारकीव में जबरदस्ती रोक कर रख रहे हैं। हालांकि भारत में यूक्रेन के राजदूत इगोर पोलिखा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यूक्रेन जो अपना खून बहा रहा है, वह वहां फंसे हुए विदेशी छात्रों की मदद कर रहा है।