Ukraine Crisis: रूस के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक और दक्षिणी पड़ोसी कजाकिस्तान (Kazakhstan) अपने सैनिकों के यूक्रेन में भेजने से इनकार कर दिया है। अधिकारियों के मुताबिक रूस ने कजाकिस्तान से युद्ध में शामिल होने का अनुरोध किया था। इसके अतिरिक्त, पूर्व सोवियत गणराज्य ने कहा कि वह रूस द्वारा बनाए गए अलग गणराज्यों को भी मान्यता नहीं देगा।
विवादित भूमि को कवर करने वाले युद्धविराम समझौतों के बावजूद, पुतिन ने सोमवार को रूस द्वारा लुहान्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (एलएनआर) और डोनेट्स्क पीपुल्स रिपब्लिक (डीएनआर) को स्वतंत्र राज्यों के रूप में मान्यता देने की घोषणा की। वहीं रूस के एक पारंपरिक सहयोगी रहे कजाकिस्तान के इस कदम को संयुक्त राज्य ने समर्थन दिया है।
राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने एक बयान में कहा, "हम कजाकिस्तान की घोषणा का स्वागत करते हैं कि वे एलपीआर और डीपीआर को मान्यता नहीं देंगे। हम यूक्रेन में पुतिन के युद्ध में शामिल होने के लिए अपनी सेना भेजने से कजाकिस्तान के इनकार का भी स्वागत करते हैं।"
गौरतलब है कि जनवरी में कजाकिस्तान में गैस की कीमतों में वृद्धि के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध हिंसा में तब्दील हो गई थी जिसमें 200 से अधिक लोग मारे गए। तब हिंसा को रोकने में रूस ने मदद की थी। हिंसा को नियंत्रित करने के लिए काजाकिस्तान के राष्ट्रपति कसीम-जोमार्ट टोकायव ने 2,000 से अधिक रूसी सैनिक बुलाए थे।