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रिपोर्ट में दावा- चीन नहीं चाहता कि रूस-यूक्रेन जंग खत्म हो, रूस के उलझे रहने से चीन को फायदा

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: April 15, 2023 20:19 IST

विशेषज्ञों को लगता है कि चीन चाहता है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उलझा हुआ है और यह उम्मीद करना गलत है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग वास्तव में चाहते हैं कि यूक्रेन युद्ध जल्दी समाप्त हो जाए।

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ठळक मुद्देरूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को एक साल से भी ज्यादा समय हो गया हैरिपोर्ट में दावा- चीन चाहता है कि रूस यूक्रेन के साथ जंग में उलझा रहेरूस के उलझे रहने से चीन को अपना प्रभाव बनाए रखने में फायदा

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को एक साल से भी ज्यादा समय हो गया है और यह कब समाप्त होगा इसका अंदाजा लगाना भी मुश्किल है। इसी बीच एक रिपोर्ट आई है जिसमें कहा गया है कि चीन चाहता है कि रूस यूक्रेन के साथ जंग में उलझा रहे। 

जिओ पॉलिटिक की रिपोर्ट में कहा गया है कि यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस के लिए एक निर्णायक जीत चीन और उसके हितों के लिए हानिकारक होगी क्योंकि अगर रूस जीतता है तो मध्य एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका में इसका प्रभाव बढ़ जाएगा। रिपोर्ट में बताया है गया है कि अगर रूस को युद्ध में निर्णायक जीत मिल जाती है तो  चीन को इन क्षेत्रों में बिना किसी चुनौती के जाने की बहुत कम जगह मिलेगी।

इसलिए, विशेषज्ञों को लगता है कि चीन चाहता है कि रूस यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में उलझा हुआ है और यह उम्मीद करना गलत है कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग वास्तव में चाहते हैं कि यूक्रेन युद्ध जल्दी समाप्त हो जाए। हाल ही में फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने चीन की राजकीय यात्रा की। यहां मैक्रॉन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को अपने यूक्रेनी समकक्ष से बातचीत की मेज पर लाने में मदद करने की अपील की ताकि एक साल से अधिक पुराने संघर्ष को सुलझाया जा सके।

अपने फ्रांसीसी समकक्ष के साथ बातचीत के दौरान, शी ने कहा कि चीन हमेशा शांति के पक्ष में खड़ा है और शांति की प्राप्ति में योगदान देने के लिए बाकी दुनिया के साथ काम करना चाहेगा। राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने पिछले साल नवंबर में बीजिंग में 11 घंटे की अपनी सबसे छोटी यात्रा के दौरान जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज के साथ बातचीत के दौरान यूक्रेन-रूस युद्ध के संबंध में लगभग वही शब्द इस्तेमाल किए थे।

बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्वी यूक्रेनी शहर स्लोवियांस्क में एक आवासीय क्षेत्र में शुक्रवार को एक रूसी मिसाइल हमले में कम से कम आठ लोग मारे गए हैं। यानी ये जंग फिलहाल खत्म होती नहीं दिख रही है। इसके अलावा चीन ने फैसला किया है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में किसी भी पक्ष को हथियार नहीं बेचेगा। दरअसल, पश्चिमी देशों ने चिंता जताई थी कि बीजिंग रूस को सैन्य सहायता प्रदान कर सकता है, जिसका जवाब देते हुए चीन के विदेश मंत्री किन गैंग ने ये घोषणा की।

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