पैगंबर विवाद: यूएन ने भारत से कहा, "खत्म करें देश में फैल रहे धार्मिक मतभेदों को"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 15, 2022 09:28 PM2022-06-15T21:28:59+5:302022-06-15T21:33:25+5:30
पैगंबर विवाद में दखल देते हुए यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत में कथिततौर पर बढ़ रहे धार्मिक मतभेद और हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार अपने सार्थक प्रयासों से इसे बंद कराए ताकि देश में मजहबी सौहार्द कायम किया जा सके।
न्यूयॉर्क: भारत में पनपे पैगंबर विवाद के आग को दुनिया के इस्लामिक देशों इतनी हवा दी कि वो संयुक्त राष्ट्र तक जा पहुंची। जी हां, इस मामले में अब संयुक्त राष्ट्र का भी बयान आ गया है।
यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भारत में कथिततौर पर बढ़ते धार्मिक मतभेद और हिंसा को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि भारत सरकार अपने सार्थक प्रयासों से इसे बंद कराए ताकि देश में मजहबी सौहार्द कायम किया जा सके।
यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजार्रिक ने इस मामले में मंगलवार को बयान जारी करते हुए कहा कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटेनियो गुटेरस सभी धर्मों का समान सम्मान करते हैं। वो धर्मों को सम्मान देते हुए उसके खिलाफ की जा रही हेट स्पीच और हिंसक कार्रवाईयों के घोर आलोचना करते हैं और ऐसे मामलों को फौरन रोकने के पक्ष में हैं।
यूएन की डेली ब्रीफिंग के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए यूएन महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजार्रिक ने भारत में भारतीय जनता पार्टी की निलंबित राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा के बयान को लेकर हो रहे हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बारे में कहा कि भारत दुनिया के सम्मानित देशों में से एक है और उसे ऐसे हालात में तनाव कम करने और धार्मिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए सकारात्मक प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसीा भी देश की तरक्की शांति में निहित है और यूएन महासचिव विश्व शांति की परिकल्पना में ऐसे मामलों को बहुत बड़ा आघात मानते हैं। इसलिए यूएन उम्मीद करता है कि भारत सरकार इस मसले में त्वरित कार्वाई करते हुए शांति बहाली के प्रयासों को तेज करेगी और विश्व शांति में अपने योगदान को परिलक्षित करते हुए सार्थक कदम उठायेगी।
मालूम हो कि भारतीय जनता पार्टी की पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा ने एक टीवी डिबेट के दौरान पैगंबर मोहम्मद के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की। जिसके बाद देशङर में हिंसक प्रदर्शन हुए और यह आग तब और बढ़ गई जब दिल्ली भाजपा के मीडिया सेल के प्रभारी नवीन जिंदल ने भी इसमें आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी।
इसके बाद उत्तर प्रदेश के कानपुर में शुरू हुए हिंसक प्रदर्शनों का क्रम पूरे देश में फैल गया और झारखंड की राजधानी रांची में हुए हिंसक प्रदर्शन में दो लोगों की मौत हो गई। वहीं दुनिया के तमाम इस्लामिक देशों मसलन कतर, कुवैत और सऊद अरब जैसे देशों ने तो बाकायदा भारत सरकार से स्पष्टीकरण भी मांगा था। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)