Coronavirus: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने की राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा, अमेरिका में छाया कोरोना वायरस का खौफ
By स्वाति सिंह | Updated: March 14, 2020 08:50 IST2020-03-14T08:50:51+5:302020-03-14T08:50:51+5:30
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना वायरस के चलते अमेरिका में नेशनल इमरजेंसी की घोषणा की। अमेरिका में इस वायरस के प्रकोप ने 37 लोगों की जान ले ली है और 1,300 से ज्यादा संक्रमित हैं।

डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के चलते अमेरिका में नेशनल इमरजेंसी की घोषणा की।
कोरोना वायरस की वजह से अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में 'राष्ट्रीय आपातकाल' की घोषणा कर दी है। डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोरोना वायरस के चलते अमेरिका में नेशनल इमरजेंसी की घोषणा की। ट्रंप ने कहा, 'आने वाले कुछ हफ्तों में हम सभी को कुछ बदलाव और बलिदान करने होंगे, लेकिन इन अल्पावधि बलिदानों से लंबे समय के लिए लाभ मिलेंगे। अगले 8 हफ्ते महत्वपूर्ण हैं।'
वहीं, राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस के मद्देनजर यूरोप से अमेरिका आने वाले यात्रियों पर अगले 30 दिन तक के लिए प्रतिबंध लगा दिया है। इससे ब्रिटेन को छूट दी गई है। अमेरिका में इस वायरस के प्रकोप ने 37 लोगों की जान ले ली है और 1,300 से ज्यादा संक्रमित हैं।
व्हाइट हाउस के अपने ओवल ऑफिस से टीवी पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा कि नए नियम शुक्रवार आधी रात से प्रभाव में आएंगे और कई स्क्रीनिंग से गुजरने के बाद अमेरिकियों को अपने देश लौटने की छूट होगी। राष्ट्रपति ने कहा कि उनके प्रशासन ने कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए जैसे कदम उठाए हैं, वैसे एहतियाती उपाय करने में यूरोपीय संघ नाकाम रहा। ट्रंप ने कहा कि वह चीन और दक्षिण कोरिया में हालात की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने नागरिकों से गैर जरूरी यात्रा पर नहीं जाने की अपील की। उन्होंने लोगों से साफ-सफाई का ध्यान रखने, हाथ धोने और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचने का आग्रह किया ताकि संक्रमण के फैलने को रोका जा सके।
भारत और अमेरिका सहित करीब दर्जन भर देशों ने शुक्रवार को प्रकाशकों से कहा कि वे कोरोना वायरस से जुड़े सभी शोध और उससे जुड़ी जानकारी तत्काल सार्वजनिक करें, ताकि तेजी से फैलती इस महामारी को रोकने में मदद मिल सके। इन देशों के विज्ञान अधिकारियों ने ‘स्कॉलरी पब्लिशिंग कम्युनिटी के सदस्यों’ को एक खुला पत्र लिख कर कहा है कि तेजी से फैलते कोविड-19 महामारी को नियंत्रित करने के प्रयासों के तहत मौलिक विज्ञान शोध और नवोन्मेष इस वैश्विक आपदा से निपटने में महत्वपूर्ण सिद्ध होंगे।
हालात को देखते हुए यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है कि वैज्ञानिक और जनता यथाशीघ्र, शोध के परिणामों से वाकिफ हो सकें। ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, जर्मनी, भारत, इटली, जापान, दक्षिण केारिया, न्यूजीलैंड, सिंगापुर और ब्रिटेन के सरकारी विज्ञान नेताओं सहित विज्ञान मंत्रियों और मुख्य वैज्ञानिक सलाहकारों की ओर से विज्ञान एवं प्रौद्योगिक नीति पर व्हाइट हाउस कार्यालय के निदेशक और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कोरोना वायरस कार्य बल के सदस्य ने एक खुली चिट्ठी की एक प्रति जारी की।
भारत में कोरोना वायरस संक्रमण से दूसरी मौत
दिल्ली में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से हुई 68 वर्षीय एक महिला की मौत देश में इस रोग से हुई दूसरी मौत है। वहीं, तेजी से फैल रहे इस वायरस को रोकने के लिए कई राज्यों ने स्कूलों, कॉलेजों, सिनेमाघरों को बंद कर दिया है और ज्यादातर सार्वजनिक कार्यक्रम भी रद्द कर दिये गये हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, गुरुवार रात से अभी तक देश में कोरोना वायरस संक्रमण के और आठ मामलों की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही देश में संक्रमण के मामले बढ़कर 82 हो गए हैं। इनमें 17 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं।
मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इन 82 लोगों में दिल्ली की 68 वर्षीय महिला और कर्नाटक का 76 वर्षीय पुरुष भी शामिल हैं। दोनों की मौत एक से ज्यादा बीमारियों के कारण हुई है लेकिन दोनों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के अधिकारियों ने बताया कि महिला अपने बेटे के संपर्क में आयी थी, जो राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस संक्रमण का पांचवा मामला था।
महिला का बेटा पांच से 22 फरवरी तक स्विटजरलैंड और इटली की यात्रा पर था। अधिकारियों ने बताया कि महिला की मौत एक से ज्यादा बीमारियों (मधुमेह और उच्च रक्तचाप) के कारण हुई है। लेकिन उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की भी पुष्टि हुई है। उन्होंने बताया कि महिला राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थी।
कोरोना वायरस से महामारी का अब यूरोप बना केंद्र
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने शुक्रवार को चेतावनी देते हुए कहा कि यूरोप अब कोरोना वायरस महामारी का केंद्र बन गया है और चीन में इसके संक्रमण के चरम पर रहने के दिनों की तुलना में कहीं अधिक मामले दर्ज किये जा रहे हैं। संगठन प्रमुख टेडरोज ए गेब्रेयेसोस ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘अब यूरोप इस महामारी का केंद्र बन गया है।’’ उन्होंने दुनियाभर में इस वायरस से हुई 5,000 मौतों को दुखद बताया।