लीमा, 10 नवंबर कोविड-19 महामारी के बीच पेरू में मंगलवार को एक नई राजनीतिक उथल-पुथल शुरू हो गई। राष्ट्रपति मार्टिन विजकारा ने राष्ट्रपति महल छोड़ने की घोषणा की है।
सांसदों ने राष्ट्रपति मार्टिन विजकार पर रिश्वत लेने और महामारी से निपटने के लिए जरूरी नेतृत्व नहीं देने का आरोप लगाते हुए उन्हें अपदस्थ करने के लिए सोमवार को मतदान किया था।
सोमवार रात में इन सांसदों का विरोध करने के लिए और राष्ट्रपति विजकारा के समर्थन में हजारों लोग सड़कों पर जमा हुए और सांसदों पर निशाना साधते हुए उनके इस्तीफे की मांग की।
कई ऐसे नेता जो सांसद नहीं हैं, उन्होंने इसे सत्तापलट करार दिया है। वहीं कुछ का कहना है कि देश में नए राष्ट्रपति को गैरकानूनी करार दिया जाना चाहिए।
इस बीच विजकारा ने घोषणा की है कि वह इस महाभियोग को कानूनी चुनौती नहीं देंगे। उन्होंने इस पर जोर दिया कि उन्होंने कोई अपराध नहीं किया है।
विजकारा ने कहा, ‘‘ आज मैं राष्ट्रपति महल छोड़ रहा हूं। मैं घर जा रहा हूं।’’
उत्तराधिकार के लिए वरिष्ठता क्रम के अनुसार संसद के प्रमुख उनकी जगह लेंगे। सांसदों ने मंगलवार सुबह के लिए एक कार्यक्रम तय किया है, जिसमें नए नेता शपथ लेंगे।
विश्लेषकों ने सांसदों के इस कदम को प्रत्यक्ष तौर पर सत्ता की खतरनाक छीना-झपटी करार दिया है क्योंकि विजकारा जनता में लोकप्रिय हैं और भ्रष्टाचार के खिलाफ उनके अभियान के लिए उनकी बहुत प्रशंसा की जाती है।
कुछ विश्लेषकों ने संसद को आगाह किया है कि जिस तेजी से राष्ट्रपति के खिलाफ काम हुआ और इसके लिए सबूतों की जो कमी है, उसके मद्देनजर ये सांसद पेरू के लोकतंत्र के भविष्य को खतरे में डाल रहे हैं।
राष्ट्रपति को पद से हटाने का 105 सांसदों ने समर्थन किया जबकि इसके लिए सिर्फ 87 वोटों की जरूरत थी।
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