पेरिस: फ्रांस की राजधानी पेरिस में रविवार को नारीवादी समूह FEMEN की कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर जमकर हंगामा किया। गर्भपात और इच्छामृत्यु के खिलाफ प्रदर्शन को बाधित करने के लिए ये महिलाएं सड़कों पर टॉपलेस होकर उतरी थीं। काफी मशक्कत के बाद आखिरकार पुलिस ने इन टॉपलेस महिलाओं को हिरासत में लिया।
फीमेन (FEMEN) की ये कार्यकर्ता अर्धनग्न थीं। इन्होंने बस कमर के नीचे सफेद शॉर्ट्स पहने हुए थे और जननांगों के पास लाल रंग डाला हुआ था। साथ ही लगातार नारेबाजी कर रही थीं।
दरअसल, 22 जनवरी को हजारों व्यक्तियों ने पेरिस में गर्भपात और इच्छामृत्यु के खिलाफ मार्च किया था। पुलिस के अनुमान के अनुसार इन प्रदर्शनकारियों की संख्या 6,300 के करीब थी वहीं, आयोजकों ने दावा किया था कि इसमें लगभग 20,000 लोग पहुंचे थे। शाम को शाम 5:30 बजे तक अंतिम रैली के लिए प्लेस वाउबन जाने से पहले दोपहर दो बजे से इस प्रदर्शन के लिए लोग 'गारे मोंटपर्नासे' में इकट्ठा होने लगे थे।
हालांकि, इसी बीच FEMEN की 5 महिला 'कार्यकर्ताओं' के एक समूह द्वारा प्रदर्शनों को बाधित किया गया। ये महिलाएं गर्भपात विरोधी रैली में अपना विरोध दर्ज कराने के लिए टॉपलेस होकर लाल स्याही में लिपटे सफेद शॉर्ट्स पहने हुए थीं।
इस पूरे वाकये के कई वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इसमें नग्न सीने के साथ पांच महिलाएं नारे लगाती नजर आ रही हैं। वीडियो में टॉपलेस महिलाएं पेरिस की सड़कों पर बेतहाशा दौड़ती हुई नजर आ रही हैं और पुलिस सहित सुरक्षा अधिकारी उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं।
पुलिस ने इन महिलाओं को पकड़ा और हिरासत में रखा। सामने आई जानकारी के अनुसार करीब सात घंटे पुलिस हिरासत में रखने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया। इस ग्रुप में से 2 महिलाओं को 3 महीने के लिए 7th अरोनडिसमेंट इलाके में प्रवेश से प्रतिबंधित किया गया है और उन्हें जून में अदालत में पेश होना होगा। बाकी तीन महिलाओं पर किसी भी अपराध का आरोप नहीं लगाया गया है।