इस्लामाबाद:पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा है कि मौजूदा ग्लोबल दौर में दुनिया एक और "शीत युद्ध की राजनीति" में फंसने का जोखिम कतई नहीं उठा सकती है। पीएम शरीफ ने यह बात सोमवार को न्यूजवीक के विदेशी मामलों के पत्रकार और लेखक टॉम ओ कॉनर के साथ बातचीत में कही।
उन्होंने कहा कि आज पाकिस्तानचीन और अमेरिका सहित कई देशों के साथ पारस्परिक संबंधों में काफी आगे चल रहा है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते तनाव पर बात करते हुए पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, "पाकिस्तान का चीन संबंध बहुत खास रिश्ता है, वहीं पाकिस्तान का अमेरिका से भी लंबा संबंध है। हम दोनों मुल्कों के साथ ऐतिहासिक द्विपक्षीय संबंधों को बनाए रखना चाहते हैं, जिसमें सभी का पारस्परिक हित शामिल हो।"
इसके साथ ही शहबाज शरीफ ने कहा कि ग्लोबल दुनिया में रचनात्मक जुड़ाव से क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के साथ-साथ विकास और कनेक्टिविटी को बढ़ावा दिया जा सकता है।
उन्होंने कहा, "हम अपने क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ जुड़े रहने की आशा करते हैं क्योंकि दुनिया में कहीं भी संघर्ष के वैश्विक परिणाम होंगे, खासकर विकासशील देशों पर तो यह बात जरूर लागू होती है।"
पीएम शरीफ ने कहा, "आज की दुनिया और हालात एक और शीत युद्ध को बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं। इस संबंध में मेरा मानना है कि ध्रुवीकरण के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए घातक स्थिति होगी और कोविड काल और यूक्रेन संकट के कारण तो वैश्विक हालात वैसे ही बहुत खराब हैं। पाकिस्तान जैसे विकासशील देश पहले से ही अपने सामाजिक-आर्थिक स्थिति के कारण काफी परेशानी में है। ऐसे में हम नहीं चाहते कि दुनिया फिर से ध्रुवीकरण में बंटे। आज के दौर में टकराव से नहीं बल्कि सहयोग की अवधारण से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों का संचालन होना चाहिए।”
जब टॉम ओ कॉनर ने पीएम शरीफ से पूछा कि क्या पाकिस्तान अमेरिका और चीन के बीच तनाव कम करने में भूमिका अदा कर सकता है तो इसके जवाब में उन्होंने कहा, "पाकिस्तान की विदेश नीति हमेशा से दुनिया के सभी देशों के बीच मित्रता और सद्भावना का संदेश देती है। अगर चीन या अमेरिका ऐसा चाहते हैं, तो पाकिस्तान को खुशी होगी कि वो उनके मतभेदों को दूर करने में सकारात्मक भूमिका अदा करे।"
अमेरिका और चीन के बाद टॉम ओ कॉनर ने अफगानिस्तान के मसले पर भी पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ बात की। अफगानिस्तान के बारे में बात करते हुए पीएम शहबाज ने कहा कि तालिबान के प्रति वैश्विक समुदाय में शुरूआती चिंताएं थी। जिसमें उम्मीद की जा रही थी लंबा संघर्ष होगा, हिंसा होगी लेकिन बेहद सुरक्षित तरीके से सुनिश्चित किया गया कि अमन हो और जरूरी मानवीय सहायता पहुंचे।
इसके साथ ही उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की कि सभी अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के साथ जुड़ें और अफगान नागरिकों की तरक्की के लिए सामाजिक और आर्थिक क्षेत्रों में सहायता करने उन्हें वित्तीय संकट से मुक्त कराने का प्रयास करें।
उन्होंने कहा, "हम अफगान सरकार से पूरी शिद्दत के साथ कहना चाहते हैं कि वो लड़कियों की शिक्षा सहित सभी अफगान नागरिकों के मानवाधिकारों का सम्मान करे और आतंकवाद विरोधी कार्रवाई शामिल हो।" टॉम ओ कॉनर ने अपने इंटरव्यू के दौरान पाक प्रधानमंत्री से पाकिस्तान में चल रही आतंकी गतिविधियों के बारे में पूछा और साथ ही हाल में आतंकियों द्वारा चीनी नागरिकों को निशाना बनाने के संबंध में भी सवाल किया गया।
इन सवालों के जवाब में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने कहा कि पाकिस्तान "प्रायोजित आतंकवाद के पीड़ित देशों में से एक है, जो अन्य देशों की खुफिया एजेंसियों द्वारा नियोजित, समर्थित और वित्तपोषित है।"
चीनी नागरिकों पर हुए आतंकी हमले के मामले में शरीफ ने कहा कि चीनी नागरिकों के खिलाफ आतंकवादी हमले "पाकिस्तान-चीन रणनीतिक को और मजबूत बनाने में मदद मिली है। उन्होंने कहा, "ऐसी ताकतें बलूचिस्तान सहित पाकिस्तान के कुछ हिस्सों में विकास और समृद्धि नहीं देखना चाहती हैं।"