Pakistan: पीएम इमरान खान का ऐलान, पाकिस्तान के हर बेरोजगार ग्रेजुएट को दिए जाएंगे प्रति माह 30 हजार रुपये
By रुस्तम राणा | Updated: February 28, 2022 22:33 IST2022-02-28T21:12:11+5:302022-02-28T22:33:01+5:30
सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह घोषणा की है कि उनकी सरकार प्रत्येक माह ग्रेजुएट हो चुके बेरोजगारों को तीस हजार रुपये मासिक इंटर्नशिप के रूप में देगी।

Pakistan: पीएम इमरान खान का ऐलान, पाकिस्तान के हर बेरोजगार ग्रेजुएट को दिए जाएंगे प्रति माह 30 हजार रुपये
इस्लामाबाद: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था का खस्ताहाल है। ऐसे में एक ओर जहां पाकिस्तान आर्थिक पैकेज के लिए दूसरे मुल्कों से गुहार लगा रहा है तो वहीं देश में इमरान सरकार हर ग्रेजुएट कर चुके बेरोजगार को तीस हजार रुपये प्रति माह देने का ऐलान किया है।
साउथ एशिया इंडेक्स नामक ट्विटर हैंडल के मुताबिक सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने यह घोषणा की है कि उनकी सरकार प्रत्येक माह ग्रेजुएट हो चुके बेरोजगारों को तीस हजार रुपये मासिक इंटर्नशिप के रूप में देगी।
Just IN: Pakistan PM announces 30,000 rupees per month internships for every unemployed graduate in the country.
— South Asia Index (@SouthAsiaIndex) February 28, 2022
इसके अलावा पीएम इमरान खान ने अपने देश की आवाम के लिए ऐतिहासिक घोषणा करते उन्हें भारी राहत देने के लिए पेट्रोलियम उत्पादों और बिजली की कीमतों में कटौती की घोषणा की है।
उन्होंने सोमवार को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतों में दस रुपये प्रति लीटर और बिजली की कीमतों में पांच रुपये प्रति यूनिट की कमी की जाएगी।
अपने संबोधन में इमरान खान ने सभी बेरोजगार स्नातकों को 30,000 रुपये प्रति माह की इंटर्नशिप देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि 38 अरब रुपये की लागत से 26,000 छात्रवृत्तियां छात्रों को दी जाएंगी।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि चीन और रूस की उनकी हालिया यात्राओं का देश की अर्थव्यवस्था पर दूरगामी प्रभाव पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि हम रूस से 20 लाख टन गेहूं और गैस आयात करने जा रहे हैं, जबकि चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के दूसरे चरण पर हमारी बेहतर समझ है।
इमरान खान ने कहा कि वह पाकिस्तान के लोगों के सर्वोत्तम हित में एक स्वतंत्र नीति में विश्वास करते हैं। उन्होंने लोगों से ऐसी पार्टी को वोट न देने का आग्रह किया, जिसका नेता भ्रष्टाचार में लिप्त है क्योंकि ऐसी पार्टी स्वतंत्र विदेश नीति नहीं अपना सकती।
पाकिस्तान की राजनीति को समझने वाले जानकारों का मानना है कि इमरान खान का यह फैसला अगले वर्ष होने वाले चुनाव को लेकर है। इसके अलावा पाकिस्तानी पीएम ने अपनी घटती लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए इस तरह के लोक लुभावन फैसला किया हैं।