पाकिस्तान: पंजाब प्रांत में इमरान समर्थकों से निपटने के लिए सेना तैनात करने का फैसला, पूर्व पीएम की गिरफ्तारी से जल रहा है देश
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: May 10, 2023 04:04 PM2023-05-10T16:04:34+5:302023-05-10T16:06:14+5:30
पंजाब पुलिस ने आज कहा कि प्रांत में इमरान खान के समर्थकों के साथ झड़पों में 130 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हो गए और 25 से अधिक पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। हालात को बिगड़ता देख पंजाब प्रांत में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सेना को तैनात करने का फैसला लिया गया है।
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद उनके हजारों समर्थक पाकिस्तान के कई शहरों में सड़कों पर उतर आए हैं। सबसे ज्यादा उत्पात पंजाब प्रांत में हुआ है। पकिस्तानी पंजाब में कई जगह से हिंसा की खबरें आ रही हैं। इस बीच पंजाब पुलिस ने आज कहा कि प्रांत में इमरान खान के समर्थकों के साथ झड़पों में 130 से अधिक पुलिस अधिकारी घायल हो गए और 25 से अधिक पुलिस वाहनों में आग लगा दी गई। हालात को बिगड़ता देख पंजाब प्रांत में कानून व्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए सेना को तैनात करने का फैसला लिया गया है।
डॉन की खबर के मुताबिक, अल-कादिर ट्रस्ट मामले में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के बाहर से गिरफ्तारी के एक दिन बाद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को बुधवार को इस्लामाबाद पुलिस लाइन में पेश किया गया। सुनवाई के दौरान, अदालत ने एनएबी की याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया, जिसमें खान की 14 दिन की रिमांड मांगी गई थी। खान को अदालत में पेश करने से पहले, इस्लामाबाद के एच-11 में पुलिस लाइंस में पुलिस अधिकारियों की भारी तैनाती के साथ सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी।
इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद क्वेटा, कराची, पेशावर, रावलपिंडी और लाहौर सहित पाकिस्तान के कई शहरों में विरोध तेज हो गया। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार सडकों पर पीटीआई कार्यकर्ता तोड़-फोड़ में लगे हुए हैं और पुलिस को उन्हें संभालने के लिए मशक्कत करनी पड़ रही है। पीटीआई समर्थकों ने रावलपिंडी में पाकिस्तानी सेना के मुख्यालय और लाहौर में कोर कमांडर के आवास पर भी धावा बोल दिया था।
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था डूबने के कगार पर है और अब देश में जारी इस भयानक राजनीतिक संघर्ष से स्थिति और भी खराब होने के कयास लगाए जा रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब तक छह मौतों की सूचना मिली है, जिनमें से 1 क्वेटा से, 1 फैसलाबाद में, 1 चकदरा स्वात में और 1 लाहौर में हुई है और दर्जनों घायल हुए हैं। हिंसक प्रदर्शनो के बाद इस्लामाबाद पुलिस ने ट्वीट कर जारी किए गए बयान में उन लोगों पर सख्त कार्रवाई की बात की है जिन्हें पूर्व प्रधानमंत्री की गिरफ्तारी के बाद सड़कोपर हिंसा करते हुए देखा गया था।