पाक विमान हादसा: अब तक 75 शवों की पहचान की, काले बॉक्स को डीकोड करने का काम दो जून से
By भाषा | Updated: June 1, 2020 21:10 IST2020-06-01T21:10:15+5:302020-06-01T21:10:15+5:30
पाकिस्तान में विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई थी। डीएनए परीक्षण के बाद अभी तक 75 शवों की पहचान कर ली गई है। शेष पर काम जारी है। इस बीच सरकार ने कहा कि काले बॉक्स डीकोड करने का काम 2 जून से किया जाएगा।

97 में से 75 शवों की पहचान कर ली गई है और ऐसे शव उनके परिवार को सौंप दिए गए हैं। (file photo)
इस्लामाबादः कराची में पिछले महीने एक विमान दुर्घटना में मारे गए 97 लोगों में से 75 शवों की पहचान डीएनए परीक्षणों के माध्यम से कर ली गयी है। एक मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गयी है।
पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दुर्घटनाग्रस्त एयरबस ए320 विमान में 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे। 22 मई को विमान उतरने से कुछ मिनट पहले ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। अधिकारी गंभीर रूप से जले शवों की पहचान के लिए डीएनए परीक्षण कर रहे हैं।
सिंध के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने रविवार को कहा कि 97 में से 75 शवों की पहचान कर ली गई है और ऐसे शव उनके परिवार को सौंप दिए गए हैं। रविवार को ‘‘द एक्सप्रेस ट्रिब्यून’’ ने उनके हवाले से कहा कि अब 22 शवों की पहचान बाकी है। रिपोर्ट के अनुसार कराची विश्वविद्यालय में सिंध फोरेंसिक डीएनए प्रयोगशाला ने कहा कि शवों की पहचान करने की प्रक्रिया वह अगले 24 घंटों में पूरी कर लेगी।
पाकिस्तान में घनी आबादी वाले इलाके में हादसे का शिकार हुए विमान के उड़ान और कॉकपिट ध्वनि रिकॉर्डर पर काम दो जून से शुरू होगा। यह जानकारी फ्रांस के विमानन जांच प्राधिकरण ने दी है। पाकिस्तान इंटरनेशल एयरलाइन्स (पीआईए) का एयरबस ए320 विमान शुक्रवार को कराची के मालिर में मॉडल कॉलोनी के पास जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें 91 मुसाफिर और आठ चालक दल के सदस्य सवार थे। यह उतरने से कुछ मिनट पूर्व ही हादसे का शिकार हो गया।
हादसे में 97 लोगों की मौत हुई थी और जमीन पर 11 लोग जख्मी हो गए थे। फ्रांसीसी शहर तूलूज़ में स्थित एयरबस केंद्र के विशेषज्ञों की टीम हादसे की जांच करने के लिए पिछले हफ्ते पाकिस्तान पहुंची थी। यह विमान उसका ही है। फ्रांस के नागर विमानन सुरक्षा जांच प्राधिकरण बीईए ने शनिवार को एक ट्वीट में कहा कि एयरबस ए320 के उड़ान डेटा रिकॉर्डर (एफडीआर), कॉकपिट ध्वनि रिकॉर्डर (सीवीआर) पर तकनीकी काम दो जून से शुरू होगा। एडीआर विमान का समय, ऊंचाई, हवाई गति, दिशा आदि चीजों को रिकॉर्ड करता है।
सीवीआर उपकरण का इस्तेमाल दुर्घटना और घटना की जांच के लिए उड़ान डेक की ध्वनि को रिकॉर्ड करता है। यह पायलट के हेडसेट और कॉकपिट क्षेत्र में लगे माइक्रोफोन की ध्वनि तरंगों को रिकॉर्ड कर लेता है। बीईए ने कहा कि पाकिस्तान विमान दुर्घटना एवं जांच बोर्ड (एओआईबी) की टीम दुर्घटना स्थल पर काम पूरा होने के बाद फ्रांस जाएगी।