पाकिस्तान: 50 हिंदुओं ने सिंध प्रांत के मीरपुरखास में कबूला इस्लाम, हिंदू अल्पसंख्यों का दावा, "राज्य खुद करा रहा है धर्मांतरण"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 4, 2023 05:04 PM2023-05-04T17:04:18+5:302023-05-04T17:08:57+5:30
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मीरपुरखास डिवीजन में दस हिंदू परिवारों के 50 सदस्यों ने इस्लाम कबूल कर लिया है। अल्पसंख्यक हिंदू संगठनों ने इसका विरोध करते हुए आरोप लगाया है कि ये धर्मातरण सराकरी शह पर जबरिया कराये गये हैं।
सिंध:पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर होने वाले अत्याचार के बीच एक बेहद चौंकाने वाली खबर सिंध प्रांत से आ रही है। बताया जा रहा है कि सिंध प्रांत के मीरपुरखास में 50 हिंदूओं का जबरन धर्मांतरण कराकर उन्हें इस्लाम कबूलने पर मजबूर किया गया। इस संबंध में पाकिस्तान के अखबार 'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' ने गुरुवार को बताया कि मीरपुरखास डिवीजन के विभिन्न क्षेत्रों में रहने वाले दस हिंदू परिवारों के 50 सदस्यों ने इस्लाम कबूल कर लिया है।
बताया जा रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर हुए धार्मिक परिवर्तन के मौके पर बाकायदा समारोह आयोजित किया गया, जिसमें धार्मिक मामलों के मंत्री मुहम्मद तल्हा महमूद के बेटे मोहम्मद शमरोज़ खान मौजूद थे और हिंदूओं के इस्लाम कबूलने का यह कार्यक्रम न्यू मुस्लिम कॉलोनी स्थित स्थानीय मदरसा बैतुल इमान में आयोजित किया गया था।
बताया जा रहा है कि सिंध के कई हिंदू अल्पसंख्यक संगठनो ने धर्म परिवर्तन के लिए आयोजिक इस बड़े कार्यक्रम का भारी विरोध किया है। जानकारी के अनुसार इसे लेकर पूरे सिंध में रहने वाले हिंदूओं में बेहद आक्रोश है और वो इस तरके सामूहिक धर्मांतरण पर गुस्सा व्यक्त कर रहे हैं।
इस संबंध में एक हिंदू संगठन के कार्यकर्ता फकीर शिव कु्च्ची ने कहा कि ऐसे धर्मांतरण जबरन कराये जा रहे हैं। तलवारों के बल पर धमकाया जा रहा है और बहू-बेटियों की इज्जर लूटने की धमकी दी जा रही है। फकीर शिव कुच्ची ने बेहद गुस्से में कहा, "राज्य खुद इन धर्मांतरणों में शामिल है। अगर नहीं होता तो इतने बड़े पैमाने पर भला क्या जरूरत थी हिंदूओं के मुसलमान बनने की।"
उन्होंने कहा कि स्थानीय हिंदू समुदाय के सदस्य कई वर्षों से सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि इस तरह के जबरन धर्मातरण की प्रथा के खिलाफ कानून लाया जाए और इन पर बैन लगाया जाए लेकिन यहां पर कोई हिंदूओं की सुनने वाला नहीं है।
उन्होंने कहा, "सिंध में 50 हिंदूओं का धर्मांतरण ऐसे नहीं हो गया है. यह एक गंभीर मुद्दा है और इसे रोकने के लिए उपाय करने के बजाय धार्मिक मामलों के मंत्री का बेटा खुद ऐसे धर्मांतरण कार्यक्रम में शामिल हुआ है, इसका क्या मतलब है हम सभी समझते हैं लेकिन हम मजबूर हैं क्योंकि हमारी कोई सुनवाई नहीं है। यह हम सभी हिंदुओं के लिए बहुत चिंता का विषय है। ये सब ऐसे खुलेआम हो रहा है कि अब हम असहाय महसूस करने लगे हैं।"
इसके साथ ही कुच्ची ने कहा कि सिंध में अधिकांश धर्मान्तरण उन्हीं हिंदुओं के हो रहे हैं, जो आर्थिक रूप से बेहद गरीब है। जो एक वक्त की रोटी का जुगाड़ नहीं कर सकता है, भला वो किस तरह से धर्मातरण का विरोध करेगा और स्थानीय धार्मिक नेता इसी का लाभ उठाते हैं। वे उन्हें वित्तीय सहायता देते हैं फिर डराते-धमकाते हैं और बाद में हिंदू से मुसलमान बना देते हैं।"