ओमीक्रोन ने महामारी पर वैश्विक संधि की आवश्यकता को दर्शाया: डब्ल्यूएचओ प्रमुख
By भाषा | Updated: November 29, 2021 19:15 IST2021-11-29T19:15:12+5:302021-11-29T19:15:12+5:30

ओमीक्रोन ने महामारी पर वैश्विक संधि की आवश्यकता को दर्शाया: डब्ल्यूएचओ प्रमुख
जिनेवा, 29 नवंबर (एपी) विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन को लेकर बढ़ती चिंता के बीच भविष्य की महामारियों की रोकथाम और इसके खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए एक अंतरराष्ट्रीय समझौते पर सोमवार को जोर दिया।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस अदहनोम गेब्रेयसस ने कहा कि इस बारे में कई तरह की अनिश्चितता बनी हुई है कि बेहद तेजी से उत्परिवर्तन से गुजर रहा ओमीक्रोन स्वरूप कितना संक्रामक और गंभीर हो सकता है।
टेड्रोस विश्व स्वास्थ्य सभा में संयुक्त राष्ट्र स्वास्थ्य एजेंसी के सदस्य राष्ट्रों के ऑनलाइन विशेष सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस बैठक का उद्देश्य भविष्य की महामारियों की रोकथाम और इससे निपटने की दिशा में एक वैश्विक कार्य योजना तैयार करना है।
डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कानूनी रूप से बाध्यकारी समझौते का आह्वान करते हुए कहा, ''वायरस का ओमीक्रोन स्वरूप इस बात को रेखांकित करता है कि हमारी स्थिति कितनी जोखिम भरी और अनिश्चित है। वास्तव में, ओमीक्रोन दर्शाता है कि क्यों दुनिया को महामारी पर एक नए समझौते की आवश्यकता है।''
उन्होंने कहा कि दक्षिण अफ्रीका और बोत्सवाना -जहां नए स्वरूप का पता चला था- की उनके काम के लिए प्रशंसा की जानी चाहिए, ना कि उन्हें इसके लिए ''दंडित'' किया जाना चाहिए।
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