ओमान की लेखिका जोखा अल्हार्थी को 'कैलेस्टियल बॉडीज' के लिए मिला मैन बुकर पुरस्कार
By भाषा | Published: May 22, 2019 10:36 AM2019-05-22T10:36:54+5:302019-05-22T10:36:54+5:30
जोखा अरबी भाषा की पहली लेखिका हैं जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। वह पुरस्कार में मिली 50,000 पाउंड की राशि को ब्रिटेन की अनुवादक मैरीलिन बूथ के साथ साझा करेंगी।
ओमान की लेखिका जोखा अल्हार्थी को उनकी किताब ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ के लिए प्रतिष्ठित मैन बुकर अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। यह कहानी तीन बहनों और एक मरुस्थली देश की है जो दासता के अपने इतिहास से उबर कर जटिल आधुनिक विश्व के साथ तालमेल करने की जद्दोजहद करता है।
जोखा अरबी भाषा की पहली लेखिका हैं जिन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया है। वह पुरस्कार में मिली 50,000 पाउंड की राशि को ब्रिटेन की अनुवादक मैरीलिन बूथ के साथ साझा करेंगी।
पैनल की अगुवा एवं इतिहासकार बिटैनी हग्स ने मंगलवार को कहा कि जिस उपन्यास ने यह पुरस्कार जीता है, उसने दिल और दिमाग दोनों जीत लिया है। ‘कैलेस्टियल बॉडीज’ ने यूरोप और दक्षिण अमेरिका की पांच प्रविष्ठियों को पछाड़ कर यह पुरस्कार हासिल किया है।