Nobel Prize in Literature 2024: इस वर्ष साहित्य के नोबेल पुरस्कार के लिए दक्षिण कोरियाई लेखिका हान कांग (53) को चुना गया है। नोबेल समिति ने बृहस्पतिवार को इसकी घोषणा की। स्वीडिश अकादमी की नोबेल समिति के स्थायी सचिव मैट्स माल्म ने यहां इस पुरस्कार की घोषणा की। नोबेल समिति के अनुसार हान कांग के ‘गहन काव्यात्मक गद्य के लिए" यह सम्मान दिया जाएगा जिसमें ऐतिहासिक आघातों और मानव जीवन की नाजुकता को रेखांकित किया गया है। कांग को 2016 में उनकी कृति "द वेजिटेरियन" के लिए अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
"द वेजिटेरियन" एक उपन्यास है जिसमें एक महिला के मांस खाना बंद करने के फैसले के विनाशकारी परिणाम होते हैं। उनका उपन्यास "ह्यूमन एक्ट्स" 2018 में अंतरराष्ट्रीय बुकर पुरस्कार के लिए अंतिम सूची में शामिल किया गया था। नोबेल साहित्य सम्मान की लंबे समय से आलोचना होती रही है। आलोचकों की दलीलें हैं कि इसमें कहानियों से ज्यादा शैली पर जोर दिया जाता है।
यह यूरोपीय और उत्तरी अमेरिकी लेखकों पर बहुत अधिक केंद्रित है। इसके साथ ही इस सम्मान के पुरुष-प्रधान होने का भी आरोप लगता रहा है। अब तक 119 लेखकों को यह सम्मान दिया गया है जिनमें महिलाओं की संख्या सिर्फ 17 है। इससे पहले 2022 में फ्रांस की लेखिका एनी एरनॉक्स को यह सम्मान दिया गया था।
नोबेल पुरस्कार में 1.1 करोड़ स्वीडिश क्रोनर (10 लाख अमेरिकी डॉलर) की नकद राशि प्रदान की जाती है। यह धन पुरस्कार के संस्थापक स्वीडिश नागरिक अल्फ्रेड नोबेल की संपत्ति में से दिया जाता है जिनका 1896 में निधन हो गया था। नोबेल पुरस्कार विजेताओं को नोबेल की पुण्यतिथि 10 दिसंबर पर सम्मानित किया जाएगा। शांति के लिए नोबेल पुरस्कार की घोषणा शुक्रवार को और अर्थशास्त्र के लिए यह घोषणा 14 अक्टूबर को की जाएगी।
रसायन विज्ञान का नोबेल पुरस्कार इस साल डेविड बेकर, डेमिस हस्साबिस और जॉन जंपर को प्रोटीन पर उनके अनुसंधान के लिए प्रदान किया जाएगा। रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेस के महासचिव हैंस एलेग्रेन ने बुधवार को उनके नाम की घोषणा की। बेकर सिएटल में यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन में जबकि हस्साबिस और जंपर लंदन में गूगल डीपमाइंड में काम करते हैं।
जॉन हॉपफील्ड और ज्योफ्री हिंटन को मशीन लर्निंग को सक्षम बनाने वाली खोजों के लिए भौतिकी के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। मंगलवार को उनके नाम की घोषणा की गई। नोबेल समिति ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘भौतिकी के लिए इस साल का नोबेल पुरस्कार पाने वाले वैज्ञानिकों ने आज की शक्तिशाली मशीन लर्निंग की बुनियाद समझे जाने वाले तरीके विकसित करने के लिए भौतिकी के उपकरणों का इस्तेमाल किया।’’ होपफील्ड ने प्रिंसटन यूनिवर्सिटी में अपना अनुसंधान किया और हिंटन ने यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो में शोध कार्य किया।
माइक्रो आरएनए की खोज के लिए अमेरिकी वैज्ञानिकों विक्टर एंब्रोस और गैरी रुवकुन को चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार प्रदान किये जाने की घोषणा सोमवार को की गई। नोबेल असेंबली ने कहा कि इन वैज्ञानिकों की खोज “जीवों के विकास और कार्यप्रणाली के लिए मौलिक रूप से महत्वपूर्ण साबित हो रही है”। चिकित्सा क्षेत्र में अब तक कुल 227 विजेताओं को नोबेल पुरस्कार दिया गया है जिनमें से केवल 13 महिलाओं को यह पुरस्कार मिला है।