Nepal Plane Crash: क्या पायलट ने ली 18 लोगों की जान? जानें हादसे की पीछे की क्या रही वजह..
By आकाश चौरसिया | Updated: July 24, 2024 17:35 IST2024-07-24T17:25:37+5:302024-07-24T17:35:44+5:30
Nepal Plane Crash: त्रिभुवन एयरपोर्ट काठमांडू में स्थित है, जहां सौर्य एयरलाइंस के विमान के सही तरीक से टेक ऑफ न करने पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हालांकि, अभी भी कई सवाल.., जिनका जवाब मिलना बाकी है।

फोटो क्रेडिट- (एक्स)
Nepal Plane Crash: नेपाल का त्रिभुवन एयरपोर्ट काठमांडू में स्थित है, जहां आज सौर्य एयरलाइंस के विमान के सही तरीक से टेक ऑफ न करने पर विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसकी चपेट में आकर सवार 19 यात्रियों में से 18 लोगों की मौत हो गई। इस बात की जानकारी हिमाल्यन टाइम्स ने शेयर कर दी है। त्रिभुवन एयरपोर्ट नेपाल से करीब 17 देशों के 40 गंतव्यों को जोड़ता है। हालांकि, इस हादसे ने एक बार फिर लोगों को अलर्ट कर दिया है कि नेपाल में जा रहे हैं, तो इसका जरूर ध्यान रखें। फिलहाल यह प्लेन काठमांडू से पोखरा की ओर उड़ान भरने जा रहा था।
एयरपोर्ट की डिजाइन
ऊपर से देखने पर हवाई अड्डे को हवाई जहाज के आकार में डिजाइन किया गया है। रनवे को इस तरह डिजाइन किया गया है, जैसे प्लेन की नाक से शुरू होता है और हवाईजहाज की पूंछ तक फैला हुआ है। हालांकि, यह एयरपोर्ट नेपाल और हिमालय एयरलाइंस का हब, जहां से घरेलू उड़ान पूरी की जाती है।
सामने आई बड़ी वजह
यह दुर्घटना एक बार फिर नेपाल में हवाई यात्रा के खतरों को उजागर करती है, एक ऐसा देश जिसे अक्सर अपने पेचीदा रनवे, विमानों के खराब रखरखाव और पहाड़ी इलाकों सहित कई कारकों के कारण उड़ान भरने के लिए सबसे जोखिम भरे स्थानों में से एक माना जाता है। इस हादसे में ये छोटा विमान पट्टी पर दौड़ते हुए हवा में उठता है। फिर हवा में जाने के चंद क्षणों बाद ही लहराते हुए सीधे नाक के बल यानि नोजडाइव स्थिति में जमीन पर आकर टकराता है।
एक बात जिसे जानना है बहुत जरूरी
आमतौर पर नोजडाइव हादसा विमान में टैक्निकल गड़बड़ी या अचानक ईंधन खत्म होने के कारण ही होता है। हालांकि इसमें विमान अपने नोज के बल जमीन से आकर टकराता है। अक्सर ऐसे में विमान का अलग पूरा हिस्सा जमीन में घुस जाता है। लेकिन, ये एंगल पर निर्भर करता है कि ये किस पोजिशन में नोजडाइव हुआ है। अगर 30 या 40 डिग्री के आसपास नोजडाइव हो रहा है, तो कॉकपिट मौजूद लोगों को जान जरूर खतरे में होती है लेकिन बाकी लोगों को बचाया जा सकता है।
लेकिन आज का जो हादसा हुआ, उसमें हवाईजहाज के पायलट ने 60 डिग्री से ज्यादा एंगल पर नोजडाइव किया। इस कारण पायलट की जान बची और सभी यात्री मुश्किल में पड़े और फिर मौत का शिकार हो गए। अभी ये जांच का विषय है, जिसे नेपाल की जांच एजेंसी तथ्यों को खंगाल रही है।
खास बात
सामने आई खबर की मानें तो माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने वाले पर्यटकों के लिए यह एयरपोर्ट एक शुरुआती बिंदु मात्र है। कई एयरलाइंस काठमांडू से एवरेस्ट दर्शनीय स्थलों की यात्रा के लिए उड़ानें भी सेवा प्रदान करती हैं।
किस मंदिर के पास स्थित एयरपोर्ट
त्रिभुवन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा पशुपतिनाथ मंदिर से 1 किमी (0.6 मील) और शहर के केंद्र के साथ मुख्य पर्यटन क्षेत्र थमेल से 6 किमी (3.7 मील) पूर्व में स्थित है।