नेपाल सरकार ने सोमवार को घोषणा की कि वह अफगानिस्तान में फंसे अपने नागरिकों को बाहर निकालने के लिए त्वरित कदम उठा रही है। अफगानिस्तान में लंबे समय से चल रहा युद्ध रविवार को तब निर्णायक दौर में पहुंच गया जब तालिबान ने राष्ट्रपति महल पर कब्जा कर लिया। इसके बाद चौतरफा घिर चुके राष्ट्रपति अशरफ गनी देश छोड़कर भाग गए। नेपाल सरकार के प्रवक्ता ज्ञानेंद्र बहादुर कार्की ने बताया कि नेपाल कैबिनेट की बैठक में निर्णय किया गया कि फंसे नागरिकों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जाए। नागरिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के कार्य के लिए नेपाल सरकार पहले ही कार्यबल बना चुकी है, जिसमें विदेश मंत्रालय, गृह, श्रम एवं रोजगार, पर्यटन तथा नागर विमानन तथा पुलिस विभाग के अधिकारी शामिल हैं। विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक बयान के मुताबिक, जो लोग अफगानिस्तान में रह रहे हैं और घर लौटना चाहते हैं, वे अपने नाम और अन्य संबंधित ब्योरा महावाणिज्य दूतावास विभाग के आधिकारिक वेबसाइट पर दर्ज करा सकते हैं। विदेश मंत्रालय ने संपर्क करने के लिए कई तरीके प्रकाशित किए हैं, जिनमें वाइबर एवं व्हाट्सएप से भी संपर्क साधा जा सकता है। नयी दिल्ली में नेपाल के दूतावास ने यात्रा परामर्श जारी कर अफगानिस्तान नहीं जाने की सलाह दी है।
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