अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस बिना मास्क लगाए पहुंचे मेयो क्लीनिक, लोगों ने निशाने पर लिया
By भाषा | Updated: April 29, 2020 10:49 IST2020-04-29T10:49:04+5:302020-04-29T10:49:26+5:30
अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस जब मेयो की प्रयोगशाला में गए, तब भी उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था। इस प्रयोगशाला में अस्पताल कोरोना वायरस की जांच करता है। कोरोना वायरस से ठीक हुआ यह कर्मचारी अब अन्य लोगों के इलाज के लिए प्लाज्मा दे रहा है।

माइक पेंस बिना मास्क लगाए पहुंचे मेयो क्लीनिक।
रोचेस्टर: अमेरिका के उपराष्ट्रपति माइक पेंस ने मिनेसोटा में मेयो क्लीनिक जाने के दौरान मास्क नहीं लगाया और इसके लिए उनकी आलोचना हो रही है। एक वीडियो सामने आया है जिसमें दिख रहा है कि कोविड-19 संक्रमण से ठीक हुए मेयो के कर्मचारी से मिलने के दौरान पेंस ने मास्क नहीं लगाया है जबकि कमरे में अन्य लोग मास्क लगाए हुए हैं।
पेंस जब मेयो की प्रयोगशाला में गए, तब भी उन्होंने मास्क नहीं लगाया हुआ था। इस प्रयोगशाला में अस्पताल कोरोना वायरस की जांच करता है। कोरोना वायरस से ठीक हुआ यह कर्मचारी अब अन्य लोगों के इलाज के लिए प्लाज्मा दे रहा है। कोरोना वायरस जांच और शोध कार्यक्रम पर गोलमेज चर्चा के दौरान भी सिर्फ पेंस ने ही मास्क नहीं लगाया था, जबकि खाद्य एवं औषधि प्रशासन के प्रमुख स्टीफन हन, मेयो के शीर्ष अधिकारी, गवर्नर टिम वाल्ज और अमेरिकी प्रतिनिधि जिम हैगेडॉर्न समेत सभी लोगों ने मास्क लगाया हुआ था।
मेयो ने ट्वीट किया कि उसने उपराष्ट्रपति के आने से पहले उन्हें अपनी नीति के बारे में जानकारी दी थी। इस ट्वीट को बाद में हटा दिया गया था। वहीं उपराष्ट्रपति कार्यालय ने भी तत्काल इस पर कोई टिप्पणी नहीं की कि पेंस ने मास्क क्यों नहीं लगाया था।
आपको बता दें, अमेरिका में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 10 लाख के पार चली गई और इससे मरने वाले लोगों की संख्या 59,000 के करीब पहुंच गई है। हालांकि कई राज्यों ने संक्रमण और मौत के मामलों में गिरावट के संकेतों के बीच अपनी अर्थव्यवस्थाओं को फिर से खोलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा, ‘‘हम मृतकों के साथ-साथ उन अमेरिकियों के लिए प्रार्थना करते रहेंगे जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया। ऐसा पहले कभी कुछ नहीं हुआ। हम दिल से चोट खाए हुए हैं लेकिन हम मजबूत बने रहेंगे। हम वापसी कर रहे हैं और हम मजबूती से वापसी कर रहे हैं।’’
अमेरिका मंगलवार को दुनिया का पहला ऐसा देश बन गया है जहां कोरोना वायरस के मामले 10 लाख के पार चले गए। यह दुनियाभर में आए 31 लाख मामलों का करीब एक तिहाई है। वहीं अमेरिका में करीब 59,000 लोगों की मौत के साथ ही दुनियाभर में 2,13,000 से अधिक लोगों की मौत की यह एक चौथाई संख्या है। ट्रंप ने कहा, ‘‘अब हमारे विशेषज्ञों का मानना है कि इस वैश्विक महामारी का बुरा दौर बीत चुका है और अमेरिकी हमारे देश को सुरक्षित तथा तेजी से फिर से खोलने की ओर देख रहे हैं।’’