माली के राष्ट्रपति ने इस्तीफा देकर भंग की संसद, ऐलान के कुछ देर पहले विद्रोही सैनिकों ने लिया था हिरासत में
By पल्लवी कुमारी | Updated: August 19, 2020 10:39 IST2020-08-19T07:08:42+5:302020-08-19T10:39:50+5:30
माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बुबाकार केटा को लोकतांत्रिक रूप से चुना गया था और उन्हें पूर्व उपनिवेशवादी फ्रांस और अन्य पश्चिमी सहयोगियों से व्यापक समर्थन प्राप्त है। इस बीच, अमेरिका ने कहा है कि वह माली में बिगड़ती स्थिति को लेकर चिंतित है।

Ibrahim Boubacar Keita (File Photo)
बमाको: पश्चिमी अफ्रीकी देश माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बुबाकार केटा को विद्रोही सैनिकों ने हिरासत में ले लिया था, इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। माली के राष्ट्रपति इब्राहिम बुबाकार केटा ने इस्तीफा के साथ-साथ संसद और सरकार भंग करने का भी ऐलान किया है। इसकी पुष्टि न्यूज एजेंसी Reuters (रॉयटर्स) ने की है। इब्राहिम बुबाकार केटा के इस ऐलान से कुछ घंटे पहले ही माली के विद्रोही सैनिकों ने राष्ट्रपति इब्राहिम बुबाकार केटा और प्रधानमंत्री बोबू सिसे को हिरासत में लिया था।
सेना के इस विद्रोह की शुरुआत मंगलवार (18 अगस्त) को माली की राजधानी बामाको के नजदीक एक सैनिक कैंप में गोलियों की आवाज के साथ शुरू हुई।
Mali President Ibrahim Boubacar Keita resigns and dissolves parliament hours after mutinying soldiers detained him at gunpoint: Reuters
— ANI (@ANI) August 19, 2020
बमाको की सड़कों पर सैनिक मुक्त होकर घूमे जिससे यह और स्पष्ट हो गया कि राजधानी शहर पर उनका नियंत्रण हो गया है । वैसे सैनिकों की ओर से तत्काल कोई बयान नहीं आया है। इस संबंध में एक क्षेत्रीय अधिकारी ने इस बात की पुष्टि की कि राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को मंगलवार शाम बंधक बना लिया गया है। माली में राजनीतिक संकट अचानक से बढ़ गया जहां संयुक्त राष्ट्र और पूर्व उपनिवेश फ्रांस ने देश में स्थिरता का माहौल बनाने के प्रयास में सात साल से अधिक का समय बिताया है।
सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों ने सैनिकों के कार्यों की सराहना की। कुछ ने एक इमारत में आग लगा दी जो माली के न्याय मंत्री से संबंधित है। प्रधानमंत्री बोबू सिसे ने सैनिकों से अपने हथियार डालने का आग्रह किया और उनसे सबसे पहले देश के हित में सोचने की अपील की। उन्होंने कहा, ऐसी कोई समस्या नहीं है जिसका समाधान बातचीत के जरिए नहीं किया जा सकता है।
इससे पूर्व दिन में सशस्त्र लोगों ने देश के वित्त मंत्री अब्दुलाय दफे समेत अधिकारियों को हिरासत में ले लिया और इसके बाद सरकारी कर्मी अपने कार्यालयों से भाग गए। माली के आंतरिक सुरक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, अधिकारियों को गिरफ्तार किया जा रहा है, इसे लेकर अभी संशय की स्थिति है। (पीटीआई-भाषा इनपुट के साथ)