Maldives: 'न तो वर्दी में और न ही नागरिक कपड़ों में', चीन से सैन्य समझौते के बाद भारतीय सेना को मालदीव राष्ट्रपति का फरमान
By आकाश चौरसिया | Published: March 5, 2024 04:57 PM2024-03-05T16:57:59+5:302024-03-05T17:16:44+5:30
Maldives: मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने फिर एक बार अपने बयान से चर्चा में आ गए हैं। इस बार तो उन्होंने कह दिया कि मालदीव द्वीप से भारतीय सैन्यकर्मी और नागरिक कपड़ों में भी 10 मई के बाद नहीं मौजूद रहेगा।
Maldives:मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने फिर एक बार अपने बयान से चर्चा में आ गए हैं। इस बार तो उन्होंने कह दिया कि मालदीव द्वीप से भारतीय सैन्यकर्मी और नागरिक कपड़ों में भी 10 मई के बाद नहीं मौजूद रहेगा। उनका बयान ऐसे समय में आया है, जब भारत की एक नागरीक टीम मालदीव पहुंचनी हुई है। इस भारतीय टीम को द्वीप राष्ट्र यानी मालदीव में तीन विमानन प्लेटफॉर्मों में से एक का प्रभार लेना।
समाचार पोर्टल Edition.mv की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू बा एटोल आइदाफुशी आवासीय समुदाय को संबोधित कर रहे थे, जहां उन्होंने कहा कि देश से भारतीय सैनिकों को हटाने में सरकार की सफलता का कारण सिर्फ लोग अफवाह फैला रहे हैं और स्थिति को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं।
उन्होंने आगे कहा, "10 मई को देश में कोई भी भारतीय सैनिक नहीं होगा। न तो वर्दी में और न ही नागरिक कपड़ों में। भारतीय सेना इस देश में किसी भी प्रकार के वस्त्र पहनकर नहीं रहेगी। मैं यह बात विश्वास के साथ कह रहा हूं।" इस बीच, मालदीव ने मुफ्त सैन्य सहायता प्राप्त करने के लिए चीन के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
10 मई तक
पिछले महीने दिल्ली में बड़ी बैठक होने के बाद मालदीव के विदेश मंत्री ने कहा था कि भारत 10 मई तक मालदीव में तीन विमानन प्लेटफार्मों का संचालन करने वाले अपने सैन्य कर्मियों को बदल देगा। प्रक्रिया का पहला चरण 10 मार्च तक पूरा हो जाएगा।
तीन भारतीय प्लेटफार्मों पर 88 सैन्यकर्मी तैनात हैं जो पिछले कुछ सालों से 2 हेलीकॉप्टरों और एक डोर्नियर विमान का उपयोग करके मालदीव के लोगों को मानवीय और चिकित्सा निकासी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
पिछले साल मुइज्जू भारत के कड़े विरोधी रुख के साथ सत्ता में आएं थे। अपने शपथ ग्रहण के तुरंत बाद उन्होंने मालदीव से भारतीय कर्मियों को हटाने की मांग की। राष्ट्रपति ने दक्षिणी समुद्री क्षेत्र पर फिर से नियंत्रण हासिल करने और भारतीय सैनिकों को खदेड़ने सहित सच्ची स्वतंत्रता हासिल करने के महत्व पर जोर दिया।