मालदीव में 15 दिन की इमरजेंसी लागू करके सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस को गिरफ्तार करने के बाद श्रीलंका में निर्वासित जीवन बिता रहे पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद ने भारत से सैन्य कार्रवाई करने की मांग की थी। लेकिन अब यहां एक नया रूप देखने को मिला है। मालदीव में चल रहे राजनीतिक गतिरोध के बीच आज(14 फरवरी) को सेना ने यहां की संसद पर अपना कब्जा जमा लिया है।
खबर के मुताबिक सेना के जवानों ने संसद में मौजूद सांसदों को खींचकर बेरहमी के साथ बाहर निकाला है। इस बात की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए मिली है।
वहीं, मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है। ट्वीट के जरिए कहा गया है कि यहां सुरक्षा बलों ने सांसदों को मजलिस परिसर से बाहर फेंक दिया गया है, चीफ जस्टिल अबदुल्ला सईद सच सामने ला रहे थे और उन्हें भी उनके चैंबर से घसीट कर ले जाया गया।
संसद को सुरक्षा बलों ने इससे पहले मंगलवार को चारों ओर से घेर लिया था और सासंदों को संसद में घुसने भी नहीं दिया था। वहीं, मालदीव में विपक्षी दलों के नेताओं को भी गिरफ्तार किया गया है। अब यहां और ज्यादा तनावपूर्ण स्थिति बन गई है। विपक्षी दलों को नजरबंद तक किया गया है।