लंदनः ब्रिटेन की विदेश मंत्री लिज ट्रस ने भारतीय मूल के पूर्व वित्त मंत्री ऋषि सुनक को कंजरवेटिव पार्टी नेतृत्व के लिए मुकाबले में हराया और अब वह प्रधानमंत्री के तौर पर बोरिस जॉनसन का स्थान लेंगी। ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी।
वरिष्ठ कैबिनेट मंत्री ट्रस (47) के मुकाबले में पार्टी के सदस्यों की ओर डाले गए 170,000 ऑनलाइन और डाक मतों में से अधिकतर मत को प्राप्त करने की उम्मीद की गई थी। इसके साथ ही, 10 डाउनिंग स्ट्रीट में शीर्ष पद संभालने के लिए सुनक का ऐतिहासिक अभियान खत्म हो गया।
चुनाव में 82.6 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें सुनक को 60,399 मत जबकि ट्रस को 81,326 मत मिले। मतदान के लिए कंजरवेटिव पार्टी के 172,437 सदस्य योग्य थे, वहीं 654 मत खारिज कर दिए गए। उनकी जीत का अंतर पार्टी के भीतर विभाजन को भी दर्शाता है। इस तरह ट्रस को 57.4 प्रतिशत और सुनक को 42.6 प्रतिशत मत मिले।
सुनक ने ट्वीट किया, ‘‘मैंने पूरे प्रचार अभियान के दौरान कहा कि कंजरवेटिव पार्टी सदस्य एक परिवार हैं। यह सही है कि अब हम नयी प्रधानमंत्री लिज ट्रस के पीछे एकजुट हैं, जो देश को कठिन समय में आगे बढ़ाएंगी।’’ ट्रस की तुलना में हालिया समय में नेतृत्व पद पर नेताओं ने ज्यादा अंतर से जीत हासिल की थी।
ट्रस ने विजेता घोषित किए जाने के बाद अपने संबोधन में कहा, ‘‘हम वादे पूरे करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं ऊर्जा संकट का समाधान करूंगी, लोगों के बिजली बिल के मुद्दे का हल करूंगी, साथ ही ऊर्जा आपूर्ति के लिए दीर्घकालिक मुद्दों पर भी गौर करूंगी।’’ ट्रस ने सुनक के साथ मौजूदा प्रधानमंत्री जॉनसन को भी शुक्रिया कहा।
ट्रस ने कहा, ‘‘बोरिस आपने ब्रेक्जिट कराया, आपने (विपक्ष के नेता) जर्मी कोर्बिन को हराया, आपने टीकाकरण की शुरुआत की, आप व्लादिमीर पुतिन के सामने डटकर खड़े रहे। कीव से कार्लिस्ले तक आपकी सराहना होती है।’’ ट्रस का उनके नेतृत्व में 2024 में कंजरवेटिव पार्टी की जीत के संदर्भ को जल्द आम चुनाव कराने की संभावना को खारिज करने के संकेत के तौर पर माना जाएगा।
मार्गरेट थैचर और टेरीजा मे के बाद ट्रस ब्रिटेन की तीसरी महिला प्रधानमंत्री होंगी। ट्रस ने कहा कि उनके पास करों में कटौती और ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक ‘‘साहसिक योजना’’ है। कंजरवेटिव पार्टी के बैकबेंच सांसदों की 1922 समिति के अध्यक्ष और पार्टी के नेतृत्व संबंधी चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी सर ग्राहम ब्रैडी ने डाउनिंग स्ट्रीट के करीब महारानी एलिजाबेथ द्वितीय सम्मेलन केंद्र में औपचारिक रूप से ट्रस की जीत की घोषणा की।
सर्वेक्षण करने वाले संस्थानों, राजनीतिक विश्लेषकों और मीडिया संस्थानों को शायद ही कोई हैरानी हुई क्योंकि ट्रस चुनाव पूर्व कई सर्वेक्षणों में सुनक (42) से आगे रही थीं। कंजरवेटिव पार्टी के कई सदस्य सुनक के कदम को प्रधानमंत्री जॉनसन के साथ विश्वासघात के तौर पर देख रहे थे और कर में कटौती को लेकर ट्रस का संकल्प भी भारतवंशी सुनक की हार के मुख्य कारण रहे।
वर्ष 2001 में नेतृत्व पद के लिए मुकाबले से पहले कंजरवेटिव पार्टी द्वारा अपने सदस्यों को अंतिम निर्णय का अधिकार देने के संबंध में पार्टी के चुनाव नियमों में बदलाव के बाद किसी भी नेता को 60 प्रतिशत से कम वोट नहीं मिला है।
ट्रस को सदस्यों के 57 प्रतिशत वोट मिले जबकि बोरिस जॉनसन को 2019 में 66.4 प्रतिशत, डेविड कैमरन को 2005 में 67.6 प्रतिशत और 2001 में इयान डंकन स्मिथ को 60.7 प्रतिशत वोट मिले थे। ब्रिटेन में 15 लाख से अधिक प्रवासी आबादी में से ज्यादातर का अब भी सुनक में विश्वास बना हुआ है लेकिन पार्टी में जिन लोगों का संबंध उपमहाद्वीप के अन्य हिस्सों से है, उनके विभाजित होने की आशंका थी।
ब्रिटेन में जन्मे सुनक यॉकशायर में रिचमंड से सांसद हैं। ट्रस ने अपने अभियान में वित्त मंत्री के तौर पर सुनक की कर वृद्धि की योजनाओं को पलटने का संकल्प जताया और लगता है कि पार्टी के सदस्यों ने उनकी योजनाओं को प्राथमिकता दी। सुनक का दृष्टिकोण बढ़ती महंगाई से निपटने पर ध्यान केंद्रित करने तथा संकट के लिए मदद की पेशकश करने के साथ लक्षित उपायों की पेशकश करना रहा।
लेकिन लगता है कि अपने वादों से वह पार्टी के सदस्यों को अपनी ओर नहीं कर पाए। अब पार्टी की निर्वाचित पार्टी नेता के तौर पर विदेश मंत्री ट्रस स्कॉटलैंड के बाल्मोरल कैसल में महारानी को अपना औपचारिक इस्तीफा सौंपने के बाद प्रधानमंत्री पद संभालेंगी। महारानी (96) से भेंट के बाद वह लंदन लौटकर अपनी नयी कैबिनेट की घोषणा करेंगी।
बुधवार को, वह ‘हाउस ऑफ कॉमन्स’ में प्रधानमंत्री के तौर पर शुरुआती सवालों (पीएमक्यू) को संबोधित करेंगी और लेबर पार्टी के नेता सर कीर स्टार्मर से भी उनका आमना-सामना होगा। स्टार्मर ने ट्रस के निर्वाचित प्रधानमंत्री बनने पर बधाई देते हुए कहा, ‘‘कंजरवेटिव पार्टी के 12 साल के कार्यकाल के बाद हम सबको कम वेतन, बढ़ती कीमतों का सामना करना पड़ रहा है।
टोरी सांसदों ने सबको संकट में डाल दिया है। केवल लेबर पार्टी ही नए सिरे से शुरुआत कर सकती है, जिसकी देश को जरूरत है।’’ अन्य विपक्षी नेताओं के सुर भी आलोचनात्मक थे। लिबरल डेमोक्रेट नेता सर एड डेवी ने आम चुनाव का आह्वान किया।