Israel–Hamas war: हमास ने माना- '40 बंधक अब जिंदा नहीं', संघर्ष विराम के लिए लिए जारी कोशिशों के बीच आई रिपोर्ट में दावा
By शिवेन्द्र कुमार राय | Published: April 9, 2024 01:41 PM2024-04-09T13:41:31+5:302024-04-09T13:43:11+5:30
अमेरिका ने छह सप्ताह के युद्धविराम के बदले बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए एक समझौते का प्रस्ताव रखा था। गाजा में संघर्ष विराम के लिए लिए जारी कोशिशों के बीच हमास ने स्वीकार किया है कि 40 बंधक अब जीवित नहीं हैं।
Israel–Hamas war: गाजा में संघर्ष विराम के लिए लिए जारी कोशिशों के बीच हमास ने स्वीकार किया है कि 40 बंधक अब जीवित नहीं हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका की केंद्रीय खुफिया एजेंसी (सीआईए) द्वारा गाजा में इन बंदियों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए इज़राइल और हमास के बीच एक समझौते को आगे बढ़ाने का सुझाव देने के लगभग दो दिन बाद, हमास ने कथित तौर पर कहा कि उसके पास 40 बंधक नहीं हैं। हमास ने स्पष्ट किया कि मृतकों में महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग और बीमार शामिल हैं।
अमेरिका ने छह सप्ताह के युद्धविराम के बदले बंधकों की सुरक्षित रिहाई के लिए एक समझौते का प्रस्ताव रखा था। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ये जानकारी काहिरा में इजरायल के मोसाद के प्रमुख, कतर के प्रधान मंत्री और मिस्र की खुफिया एजेंसी के प्रमुख के साथ सीआईए निदेशक बिल बर्न्स की बैठक के बाद सामने आई। इस दौरान मास का एक वरिष्ठ प्रतिनिधिमंडल काहिरा में मौजूद था, जो मिस्र और कतर के मध्यस्थों के साथ अलग-अलग चर्चा कर रहा था। प्रस्तावित समझौते में 700 से अधिक फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई भी शामिल है, जिनमें इजरायलियों की हत्या के लिए आजीवन कारावास की सजा काट रहे 100 से अधिक कैदी भी शामिल हैं।
हालांकि इजरायल ने कहा है कि किसी भी युद्धविराम के बाद, वह हमास को उखाड़ फेंकेगा, जिसने उसके विनाश की शपथ ली है। इज़रायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू साफ कर चुके हैं कि बंधकों की रिहाई के बिना कोई समझौता नहीं होगा और वह अंतरराष्ट्रीय दबाव के आगे नहीं झुकेंगे। वहीं हमास की मांग है कि समझौते में गाजा पट्टी के पार निवासियों की आवाजाही की स्वतंत्रता शामिल होनी चाहिए।
बता दें कि गाजा में ठीक छह महीने पहले शुरू हुए अब तक के सबसे खूनी युद्ध में भयावह मानवीय क्षति हुई है। गाजा के हमास द्वारा संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 7 अक्टूबर के हमास हमले के जवाबी कार्रवाई में इजरायल के अभियान में घिरे फिलिस्तीनी क्षेत्र में कम से कम 33,175 लोग मारे गए हैं।