तेल अवीव: फिलिस्तीन समर्थक हमास लड़ाकों ने बीते शनिवार को इजरायल पर किये औचक हमले से पहले अटैक के लिए जमकर रिहर्सल किया था और उसने इजरायल हमले पर किये गये अभ्यास का नाम ऑपरेशन "स्ट्रॉन्ग पिलर" रखा था।
समाचार एजेंसी एसोसिएट प्रेस के अनुसार हमास ने हमले के अभ्यास के एक महीने के भीतर इज़रायल पर जबरदस्त हमला किया और उसकी हाई-टेक "आयरन डोम" की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए जमकर खून-खराबा किया और 1,200 से अधिक इज़राइली नागरिकों को मौत के घाट उतार दिया था।
खबरों के मुताबिक 12 सितंबर को हमास के सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए दो मिनट के एक वीडियो में लड़ाकों को इजरायल सीमा की बनी रिप्लिका को विस्फोट से उड़ाने की ट्रेनिंग दी गई थी।
इसके अलावा वीडियो में लड़ाकों को ट्रकों पर हमला करते हुए और इमारत दर इमारत हमले में कैसे आगे बढ़ना है, उसे दिखाया गया है। हमास ने इसके लिए इजरायली शहर के नक्शे के हिसाब से सब कुछ तैयार करवाया था।
हमास के उस अभ्यास को ऑपरेशन "स्ट्रॉन्ग पिलर" का नाम दिया गया था। जिसमें हमास लड़ाके वर्दी में थे और अभ्यास के दौरान उन्होंने नकली कंक्रीट की दीवार, संचार टावरों को नष्ट करने की प्रैक्टिस ठीक उसी तरह से की की थी, जैसे उन्होंने शनिवार को घातक हमले में किया।
हमले के बाद इज़राइल की सुरक्षा और खुफिया सेवाएं समास द्वारा सुरक्षा में लगाई सेंधमारी को लेकर परेशान थीं, जबकि अब यह स्पष्ट हुई है कि हमास शनिवार हमले की तैयारी बहुत पहले से कर रहा था लेकिन उसने मोसाद को भनक तक नहीं लगने दी।
समाचार एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस ने पिछले साल हमास द्वारा सोशल मीडिया ऐप टेलीग्राम पर जारी किए गए दर्जनों ऐसे वीडियो की पुष्टि की है।
सैटेलाइट इमेजरी का उपयोग करते हुए एपी ने बताया कि किस तरह से हमास ने फिलिस्तीनी शहर अल-मवासी के बाहर रेगिस्तान में इजरायली शहरों की प्रतिकृति बनाकर गाजा से प्रवेश करने वाले अलग-अलग गेट पर हिब्रू और अरबी में "होरेश यारोन" का चिन्ह बनाया था। "होरेश यारोन" इजरायली कब्जे वाले फिलिस्तीनी वेस्ट बैंक में एक विवादास्पद बस्ती का नाम है।
माना जा रहा है कि हमास ने जानबूझकर इजरायली अधिकारियों को धोखा देने के लिए इस बात का भरोसा दिलाया कि वह गाजा के बजाय वेस्ट बैंक में हमले की तैयारी कर रहा है।
पिछले साल 28 दिसंबर को स्ट्रॉन्ग पिलर अभ्यास से टेलीग्राम पर पोस्ट किए गए एक अलग वीडियो में हमास लड़ाकों को एक नकली इजरायली सैन्य अड्डे पर हमला करते हुए दिखाया गया है, जिसमें वो नकली टैंक पर इजरायली झंडा लहरा रहा है और उसे नष्ट करते हुए वो इजरायली नक्शे के हिसाब से बनी नकली इमारतों की ओर हमला करते हुए बढ़ रहे हैं। वीडियो में यह भी दिखाया गया है कि हमास के लड़ाके हमले वाली इमारतों में इजरायली सैनिकों की भूमिका निभा रहे लोगों को बंधक बना लेते हैं।
इस सभी सूचनाओं के आदार पर रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इजरायल पर हुए शनिवार के हमले को इस कारण से नहीं रोका जा सका क्योंकि इज़राइल की सीमा के नीचे सुरंग बनाकर हमास ने कई बार इजरायल पर हमला किया है और यही कारण है कि प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू फिलिस्तीन सीमा पर एक बड़ी दीवार का निर्माण करा रहे थे लेकिन हमास ने सारी सुरक्षा को धता बताते हुए हमले को अंजाम दे दिया।
शनिवार को सुबह हमास लड़ाकों ने महज कुछ ही मिनटों में इजरायल की सुरक्षा दीवार को तोड़ दिया और भारी बमबारी करते हुए इजारयल में घुसकर भारी तबाही मचाई। बता दें कि 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद, इज़राइल में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,300 हो गई है, और लगभग 3,300 लोग घायल हुए हैं, जिनमें 28 की हालत गंभीर और 350 की हालत गंभीर बताई गई है।