दो पत्रकारों समेत चार अमेरिकियों की हत्या मामले में ISIS 'बीटल्स' के सदस्य को आजीवन कारावास की सजा
By अनिल शर्मा | Published: August 20, 2022 03:16 PM2022-08-20T15:16:01+5:302022-08-20T15:32:26+5:30
अमेरिकी जिला अदालत के न्यायाधीश ने 33 वर्षीय अल शफी एलशेख को सजा सुनाई है जिसे अप्रैल में बंधक बनाने, अमेरिकी नागरिकों की हत्या की साजिश रचने और एक आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का दोषी ठहराया गया था।
वाशिंगटनः अमेरिकी अदालत ने ब्रिटेन के इस्लामिक स्टेट समूह 'बीटल्स' के एक आतंकवादी को दो पत्रकारों सहित चार अमेरिकियों के अपहरण, दुर्व्यवहार और मौत के मामले में शुक्रवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
अमेरिकी जिला अदालत के न्यायाधीश ने 33 वर्षीय अल शफी एलशेख को सजा सुनाई है जिसे अप्रैल में बंधक बनाने, अमेरिकी नागरिकों की हत्या की साजिश रचने और एक आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का दोषी ठहराया गया था। अदालत के इस फैसले पर पीड़ितों के परिवारों और दोस्तों ने कहा कि "थोड़ा सा न्याय" मिला है।
न्यायाधीश टीएस एलिस ने वर्जीनिया के अलेक्जेंड्रिया स्थित एक अमेरिकी जिला न्यायालय में ने सूडान में जन्मे लंदनवासी एलशेख को संबोधित करते हुए कहा कि उसके कार्यों को "भयानक, बर्बर, क्रूर और आपराधिक के रूप में वर्णित किया जा सकता है"। इस्लामिक स्टेट 'बीटल्स' ने एक दशक पहले लगभग दो दर्जन पश्चिमी लोगों को बंदी बना लिया था, इसमें से चार अमेरिकियों- पत्रकार फोले और स्टीवन सॉटलॉफ और सहायता कार्यकर्ता पीटर कासिग और कायला मुलर की मौत हो गई थी। इनमें से तीन का सिर काट दिया गया था।
सजा के ऐलान के बाद एलशेख ने अदालत से अनुरोध किया कि उसे कोलोराडो में एडीएक्स में ना भेजा जाए। गौरतलब है कि एडीएक्स एक सुपरमैक्स जेल है जिसकी सुरक्षा अन्य सामान्य जेलों की तुलना में अधिकतम, उच्च और अधिक नियंत्रित स्तर की होती है। यहां कैदियों को बड़े पैमाने पर एकांत कारावास में रखा जाता है।
अदालत द्वारा दी गई सजा के फैसले पर बंधक परिवारों ने आभार और निराशा का मिश्रण व्यक्त किया। शुक्रवार को कोर्टहाउस के बाहर जेम्स फोले की मां, डायने ने सजा को "खोखली जीत" कहा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इससे पता चलता है कि "अमेरिकी न्याय आपको कहीं भी मिलेगा"। डायने ने कहा, "हमारे देश ने अपने चार सबसे अच्छे नागरिकों को खो दिया है। हम परिवारों ने हमेशा के लिए अपने प्रियजनों को खो दिया है।''
2018 में पकड़ा गया एलशेख
एल शफी एलशेख और एक अन्य आईएस आतंकी एलेक्जेंडा अमोन कोटे को जनवरी 2018 में सीरिया में कुर्द मिलिशिया ने पकड़ा था। इसके बाद दोनों को अमेरिकी सेना को सौंप दिया गया था। दोनों आतंकियों के खिलाफ संयुक्त राज्य अमेरिका की एक अदालत में मुकदमा दर्ज किया गया था जिसकी सुनवाई साल दर साल चलती रही। 38 साल के कोटे को सितंबर 2021 में दोषी ठहराया गया था जिसे अप्रैल में उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी।