ईरान का रॉकेट प्रक्षेपण संभवत: विफल रहा, दूसरे की तैयारी जारी
By भाषा | Published: June 23, 2021 10:02 PM2021-06-23T22:02:31+5:302021-06-23T22:02:31+5:30
दुबई, 23 जून (एपी) ईरान ने हाल के दिनों में संभवत उपग्रह ले जाने वाले रॉकेट का परीक्षण किया जो विफल रहा और ऐसा लग रहा है कि वह फिर से परीक्षण की तैयारी में है। अपने कमजोर पड़े परमाणु समझौते को लेकर पश्चिमी देशों के साथ तनाव के बीच अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम को उन्नत बनाने के ईरान के ये ताजा प्रयास हैं।
उपग्रह की तस्वीरों, एक अमेरिकी अधिकारी और एक रॉकेट विशेषज्ञ सभी ने ईरान के सेमनान प्रांत में ‘इमाम खोमेनी स्पेसपोर्ट’ से विफल परीक्षण की पुष्टि की है। यह प्रयास ऐसे वक्त में हुआ है जब ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम को एक के बाद बड़े नुकसान झेलने पड़े हैं जबकि उसका अर्द्धसैनिक रेवोल्यूशनरी गार्ड अपना खुद का समानांतर कार्यक्रम चला रहा है जिसने पिछले साल अंतरिक्ष की कक्षा में एक उपग्रह प्रक्षेपित किया था।
ईरान के दूरसंचार मंत्री मोहम्मद जावेद अजारी जारोमी ने बुधवार को असफल उपग्रह प्रक्षेपण की खबरों का खंडन किया लेकिन स्पेसपोर्ट (अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र) की गतिविधियों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के मिशन ने भी इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
प्लैनेट लैब्स इंक और मेक्सार टेक्नोलॉजीस की ओर से जारी उपग्रह से ली गई तस्वीरों में छह जून को तैयारियां दिख रही हैं। इन तस्वीरों में एक विशाल सफेद ढांचा दिख रहा है जिसमें रॉकेट है और उसके आस-पास ईंधन के टैंक हैं जबकि वैज्ञानिक इसमें ईंधन भरते हुए और परीक्षण की तैयारी करते दिख रहे हैं। प्रक्षेपण से पहले, कर्मचारी इस ढांचे को खींचकर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं जिसमें रॉकेट रखा हुआ दिख रहा है।
मिडिलबरी इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज में परमाणु अप्रसार अध्ययन के जेम्स मार्टिन सेंटर में विशेषज्ञ जेफरी लुइस ने कहा कि ईंधन टैंकों की संख्या, उनके आकार के हिसाब से वे ईरानी सिमोर्ग रॉकेट के पहले और दूसरे चरणों को भरने के लिए पर्याप्त प्रतीत होते हैं। सिमोर्ग उपग्रह ले जाने वाला रॉकेट है जिसे इसी इलाके से प्रक्षेपित किया गया था।
बाद में 17 जून को उपग्रही तस्वीरों में स्थल पर गतिविधि कम होती दिखी। लुईस ने कहा कि विशेषज्ञों का मानना है कि ईरान ने इसी दौरान किसी वक्त रॉकेट का प्रक्षेपण किया होगा।
विफल परीक्षण पर पहली खबर देने वाले सीएनएन ने पेंटागन के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल उरिया ओरलैंड के हवाले से कहा कि, “अमेरिका अंतरिक्ष कमान ईरानी रॉकेट प्रक्षेपण के बारे में जानता है जो 12 जून को हुआ था।”
ओरलैंड ने विस्तार से इस बारे में कुछ नहीं कहा।
यह तत्काल साफ नहीं हो सका कि ईरान ने प्रक्षेपण के लिए 12 जून की तारीख क्यों चुनी क्योंकि तेहरान ऐसे प्रक्षेपणों के लिए कोई राष्ट्रीय स्मरणोत्सव चुनता है। हालांकि, यह ऐसे वक्त में हुआ जब पिछले हफ्ते ईरान में राष्ट्रपति चुनाव का समय था जिसमें इस्लामी गणराज्य को अधिक मतदान होने की उम्मीद थी।
प्लैनेट लैब्स के रविवार को उपग्रह से ली नयी तस्वीरों में वहां पर नयी गतविधि दिख रही है। तस्वीर में मोबाइल प्रक्षेपण मंच दिख रहा है जिसका इस्तेमाल पूर्व में सिमोर्ग रॉकेट भेजने के लिए किया गया था, पूर्व प्रक्षेपण स्थल पर सहायक वाहन और ईंधन के नए कंटेनर खड़े दिखाई दे रहे हैं। लुईस ने कहा कि वहां मौजूद उपकरण संकेत दे रहें है कि अगला प्रक्षेपण जरूर होगा।
गौरतलब है कि ईरान ने गत एक दशक में कई कम उम्र वाले उपग्रहों को कक्षा में भेजा है और वर्ष 2013 में उसने बंदर को अंतरिक्ष में भेजा था।
ईरान के अंतरिक्ष कार्यक्रम में यह हालिया समस्या है लेकिन इस महीने की असफलता सिमोर्ग कार्यक्रम को संभवत: चौथा झटका है।
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