विफल रहा ईरानी सैटेलाइट 'जफर' कक्षा में नहीं पहुंचा पाया रॉकेट, अमेरिका ने लॉन्चिंग पर जताई थी आपत्ति
By स्वाति सिंह | Published: February 10, 2020 10:28 AM2020-02-10T10:28:54+5:302020-02-10T10:28:54+5:30
ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी मुर्तुजा बेरारी के मुताबिक 113 किलोग्राम वजन के उपग्रह जफर (फारसी अर्थ जीत) को सिमोरग रॉकेट के माध्यम से पृथ्वी से करीब 530 किमी दूर कक्षा में प्रक्षेपित किया जाना था। इस उपग्रह का प्राथमिक मिशन तस्वीरें लेना था। यह ईरान को भूकंप का अध्ययन करने, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने एवं कृषि के विकास के लिए आंकड़ों उपलब्ध करवाता।
अमेरिका के भारी विरोध के बीच ईरान ने सोमवार को उपग्रह को अंतरिक्ष में सफलतापूर्वक प्रक्षेपित किया। लेकिन, यह कक्षा तक नहीं पहुंच पाया। सरकारी टीवी से रक्षा मंत्रालय के अंतरिक्ष इकाई के प्रवक्ता अहमद हुसैनी ने कहा, ''सिमोरग (रॉकेट) ने उपग्रह 'जफर' को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया। लेकिन, उपग्रह को कक्षा में स्थापित करने के लिए अपेक्षित गति हासिल नहीं कर सका।''
ईरान की अंतरिक्ष एजेंसी मुर्तुजा बेरारी के मुताबिक 113 किलोग्राम वजन के उपग्रह जफर (फारसी अर्थ जीत) को सिमोरग रॉकेट के माध्यम से पृथ्वी से करीब 530 किमी दूर कक्षा में प्रक्षेपित किया जाना था। इस उपग्रह का प्राथमिक मिशन तस्वीरें लेना था। यह ईरान को भूकंप का अध्ययन करने, प्राकृतिक आपदाओं से निपटने एवं कृषि के विकास के लिए आंकड़ों उपलब्ध करवाता।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ''ईरान का अंतरिक्ष कार्यक्रम उसे अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल क्षमता बढ़ाने में मदद करेगा।'' लेकिन, ईरान ने कहा, ''यह केवल उपग्रह प्रक्षेपण रॉकेट है।''
ईरान की चौथी विफलता
यह चौथी बार है, जब ईरान उपग्रह प्रक्षेपण में विफल हुआ है। पिछले साल फरवरी में ऐसी ही विफलता हाथ लगी थी। तब ईरान ने आरोप लगाया था कि इसके पीछे अमेरिका हाथ है।
पिछले साल अगस्त में ईरान ने फिर एक विफल कोशिश की थी। तब रॉकेट प्रक्षेपणस्थल पर ही फट गया था। इसी जनवरी में भी उपग्रह ले जा रहा रॉकेट तीसरे चरण में गति खो बैठा था।